उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कन्नौज (Kannauj ) जिले में रिश्वत में पांच किलो आलू की मांग करना पुलिस चौकी प्रभारी को महंगा पड़ गया। मांग करने के दौरान हुई बातचीत का ऑडियो वायरल होने पर एसपी ने चौकी प्रभारी को निलंबित कर मामले की विभागीय जांच शुरू कर दी है।
मामला कन्नौज (Kannauj ) जिले के सौरिख थाना के चपुन्ना-भावलपुर पुलिस चौकी का है। यहां तैनात प्रभारी एसआई रामकृपाल का मोबाइल में किसी से बात करने का एक ऑडियो तेजी से वायरल हुआ, जिसमें वह पांच किलो आलू की मांग कर रहा है। फरियादी अपनी असमर्थता जताते हुए दो किलो ही आलू देने की बात कह रहा है।
इस पर चौकी प्रभारी की ओर से पहले तो नाराजगी जताई जा रही है, उसके बाद तीन किलो आलू देने को कहा, जिस पर फरियादी रजामंदी जता रहा है। हालांकि बाद में फिर वह दो किलो ही देने पर तैयार हुआ। इस पर चौकी प्रभारी किसी काम का हवाला देते हुए सुनाई पड़ रहे हैं।
एक मिनट 54 सेकंड की इस बातचीत का ऑडियो सामने आने पर पुलिस ने इसकी जांच करवाई। कन्नौज (Kannauj ) जिले के एसपी अमित कुमार आनंद ने बताया कि छिबरामऊ सीओ के माध्यम से मिली जांच रिपोर्ट के आधार पर चौकी प्रभारी रामकृपाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इसकी जांच सीओ सिटी को सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
काम के बदले में रिश्वत के लिए पांच किलो आलू की मांग करने को लेकर अलग-अलग चर्चा है। इसे लेकर कहा जा रहा है कि यह सब्जी की डिमांड की जा रही है, या रुपये मांगने का कोई कोड इस्तेमाल किया जा रहा है। एसपी का कहना है कि यह जांच के बाद ही सामने आ सकेगा।
विभागीय सूत्रों की मानें तो रिश्वत मांगने में आलू शब्द कोडवर्ड की तरह इस्तेमाल किया गया है। इसका अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि ऑडियो में फरियादी बोल रहा है कि उसका काफी नुकसान हुआ है। हालत ये है कि फाइनेंस कम्पनी वाले छोटा हाथी (लोडर) खींच ले गए।
5 किलो आलू की अधिकतम कीमत 100-150 रुपए होगी। इतनी कम रकम के लिए कोई दरोगा इस तरह से फोन नहीं करेगा। फरियादी का पुलिस पता लगा रही है।
