कन्या भ्रूण हत्या, लिंगानुपात को लेकर पूरे देश में बदनाम चंबल के मुरैना ( Morena ) जिले की छवि अब यहां जन्मी महिलाएं ही बदल रही हैं। अपने हुनर से आधुनिक खेती-किसानी के सपने साकार रही चंबल के मुरैना जिले की 2 ड्रोन दीदियों ( Drone Didi)का देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लालकिले की प्राचीर से सम्मान करेंगे। 15 अगस्त को आयोजित होने वाले स्वतंत्रता दिवस समारोह में इन दोनों महिलाओं को सम्मानित किया जाएगा।
मध्यप्रदेश ( Madhya Pradesh ) का चंबल इलाका जहां महिलाओं को घर से बाहर जाने की इजाजत नहीं मिलती है, लेकिन इस इलाके में महिलाएं खेती के जरिए इस चंबल का नाम देश भर में रोशन कर रही हैं और ऐसी ही दो किसान महिला सुनीता शर्मा और खुशबू लोधी हैं। जिन्होंने स्व-सहायता समूह से जुड़ने के बाद अपना मिशन शुरू किया। जिन्होंने ग्वालियर में ही 15 दिन की ट्रेनिंग लेकर ड्रोन दीदी ( Drone Didi)का प्रमाण पत्र हासिल किया।
खुशबू खुद की 40 बीघा जमीन के साथ आसपास के 15 से 20 गांवों के किसानों के खेतों में ड्रोन के जरिए कीटनाशक का छिड़काव करने जाती हैं। इससे जहां उनके समूह की आय में भी वृद्धि हुई है, वहीं किसानों को भी राहत मिल जाती है। इलाके में इस किसान महिला को ड्रोन दीदी के नाम से बुलाते हैं।
किसान महिला सुनीता शर्मा ने बताया कि वे लगातार अपनी खेती के अलावा अलग-अलग गांव में ड्रोन के जरिए खेतों में कीटनाशक दावों का छिड़काव करती हैं। वे अपने खेतों के अलावा आसपास के गांव में भी ड्रोन के जरिए कीटनाशक दावों का छिड़काव करती हैं। ड्रोन के जरिए स्व-सहायता समूह की आय बढ़ाने का इनोवेशन करने वाली किसान महिला सुनीता शर्मा को अब 15 अगस्त को दिल्ली में प्रधानमंत्री के हाथों सम्मानित किया जाएगा।

सुनीता शर्मा ने बताया है कि चंबल में कभी बहन बेटियों को घर से बाहर नहीं भेजते थे लेकिन आज यहां की बेटियां ड्रोन पायलट बन गई हैं और लाल किले से पीएम मोदी द्वारा भी सम्मानित हो रही हैं। यहां की बेटियां अलग-अलग क्षेत्र में पूरे देश में नाम रोशन कर रही हैं। यह काफी गर्व और फक्र की बात है। चंबल की किसान महिला सुनीता शर्मा और खुशबू लोधी ने कभी नहीं सोचा होगा कि वह पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों सम्मानित होंगी, लेकिन उन्होंने अपनी लगन और हुनर के जरिए यह कर दिखाया है।