उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के मुरादाबाद (Moradabad ) जिले की सपा सांसद रुचि वीरा( Ruchi Veera ) ने कहा – अतीक के बेटे का एनकाउंटर करने वालों को सम्मानित करना डेमोक्रेसी के लिए शर्मनाक है। अतीक और उनके भाई अशरफ की हत्या किन परिस्थतियों में हुई ये किसी से छिपा नहीं है। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मुरादाबाद पहुंची सपा सांसद रुचि वीरा मीडिया से बातचीत में ये बातें कही।
सपा सांसद रुचि वीरा( Ruchi Veera ) ने कहा- सैकड़ों पुलिस वालों की मौजूदगी में अतीक और अशरफ की हत्या कर दी गई। ये कैसा लोकतंत्र है जहां बुलडोजर नीति से सरकार चलाई जा रही है। उन्होंने कहा – अगर कोई अच्छा काम करने पर पुलिस वालों को सम्मानित किया जाता तो बात समझ में आती। लेकिन यहां सभी जानते हैं कि एनकाउंटर किस तरह किए जाते हैं। सरकार को समझ लेना चाहिए कि बुलडोजर नीति अब नहीं चलेगी।
बता दें कि प्रयागराज में 24 फरवरी, 2023 को माफिया अतीक अहमद के विरुद्ध दर्ज मुकदमे के गवाह उमेश पाल उर्फ कृष्ण कुमार पाल व उनकी सुरक्षा में तैनात दो गनर की दिनदहाड़े हमला कर हत्या कर दी गई थी।
इस दुस्साहसिक वारदात में शामिल फरार आरोपियों की तलाश में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को भी लगाया गया था। एसटीएफ ने 13 अप्रैल, 2023 को झांसी में पारीक्षा बांध के पास हुई मुठभेड़ में असद व गुलाम को मार गिराया था।

बता दें कि पुलिस कस्टडी में अतीक और अशरफ की हत्या के पहले झांसी में 13 अप्रैल, 2023 को अतीक के बेटे असद और शूटर मोहम्मद गुलाम को एसटीएफ ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया था। एनकाउंटर में असद को ढेर करने वाली एसटीएफ टीम के 6 सदस्यों और अन्य पुलिसकर्मियों सहित कुल 17 पुलिस पदाधिकारियों को राष्ट्रपति का वीरता पदक दिया गया है।
डीजीपी मुख्यालय ने जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत कुख्यात अपराधियों के विरुद्ध की गई साहसिक कार्रवाई में शामिल पुलिसकर्मियों को वीरता पदक प्रदान किए जाने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा था।