आगरा ( Agra ) में जन्माष्टमी के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ( Yogi Adityanath ) ने दुर्गादास राठौर की प्रतिमा का अनावरण किया। वे तय समय पर ताजगंज के पुरानी मंडी चौराहे पर पहुंचे। राष्ट्रवीर दुर्गादास राठौर की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद उन्होंने कहा कि आगरा के कण कण में कन्हैया का वास है। यहां कला है, आस्था है, समर्पण है, विश्वास है। ये ही राष्ट्र निष्ठा बढ़ाती है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ( Yogi Adityanath )ने राष्ट्रवीर दुर्गादास राठौर की प्रतिमा का सोमवार को अनावरण किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने ताजमहल मेट्रो स्टेशन पर आयोजित जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्र से बढ़कर कुछ नहीं हो सकता। राष्ट्र तभी मजबूत होगा, जब हम सब एक होंगे। बंटेंगे तो कटेंगे। बांग्लादेश में देख रहे हैं न, वो गलतियां यहां नहीं होनी चाहिए। एक रहेंगे- नेक रहेंगे, सुरक्षित रहेंगे और समृद्धि की पराकाष्ठा तक पहुंचेंगे।
मुख्यमंत्री योगी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बहुत सारे लोग थे, जिन्होंने मुगलों और अंग्रेजों के सामने समर्पण कर दिया था, लेकिन हम जिन राष्ट्रवीर दुर्गादास राठौर का नाम ले रहे हैं। एक बार राजस्थान जाइए, देखिए उनकी पूजा होती है। जोधपुर में श्रद्धा का भाव देखने को मिलता है। मैं इसी श्रद्धा के भाव को मजबूत करने के लिए आया हूं।
मुख्यमंत्री योगी ( Yogi Adityanath )ने कहा कि हम इतिहास जानते हैं। औरंगजेब का इस आगरा से भी कुछ संबंध था। इसी आगरा में हिंदवी पद बादशाही के महानायक छत्रपति शिवाजी महाराज ने औरंगजेब की सत्ता को चुनौती दी थी। उन्होंने कहा था कि तुम चूहे की तरह तड़पते रह जाओगे, लेकिन तुझे हिंदुस्तान पर कब्जा नहीं करने देंगे। राजस्थान में महाराजा जसवंत सिंह इस मोर्चे को संभाल रहे थे। महाराजा जसवंत सिंह के महत्वपूर्ण सेनापति राष्ट्रवीर दुर्गादास राठौर जी थे। औरंगजेब ने कई बार कोशिश की, लेकिन कब्जा नहीं कर पाया। क्योंकि जहां राष्ट्रवादी राष्ट्रवीर दुर्गादास राठौर जैसे वीर हों, वहां कैसे कोई विदेशी आक्रांता कब्जा कर सकता है। यही हुआ भी, लेकिन औरंगजेब दुष्ट था, चालबाज था। उसने एक चाल चली। महाराजा दशरथ सिंह से संधि कर ली। उसने कहा कि हम जोधपुर रियासत में कुछ नहीं करेंगे, लेकिन आप हमारा सहयोग कीजिए। उसने लालच दिया और कहा कि अफगानी हिंदुस्तान पर कब्जा होने जा रहा है। आपको मोर्चा संभालना पड़ेगा। वो धोखे से ले गया और उनकी हत्या कर दी।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि देश की आजादी के लिए 9 अगस्त 1925 में लखनऊ में पं. राम प्रसाद बिस्मिल, ठाकुर रोशन सिंह, अशफाक उल्ला खां, चंद्रशेखर आजाद जैसे क्रांतिकारियों ने काकोरी ट्रेन एक्शन की घटना को अंजाम देकर अंग्रेजी हुकुमत को चुनौती दी थी। उस समय अंग्रेजी हुकूमत हिल गई थी। ट्रेन एक्शन में इन क्रांतिकारियों को महज 4,600 रुपए मिले थे। लेकिन, उन्हें गिरफ्तार करके, सजा दिलाने के लिए अंग्रेजों ने 10 लाख रुपए खर्च कर दिए लेकिन तब भी आजादी की लड़ाई कमजोर नहीं पड़ी।
मुख्यमंत्री योगी ( Yogi Adityanath )ने आगरा के लोगों को श्री कृष्ण जन्माष्टमी की बधाई दी। उन्होंने कहा- आगरा के रज-रज में, कण-कण में भगवान कृष्ण का वास है। यहां कला है, विश्वास है, आस्था और समर्पण है। यह विश्वास और आस्था, कला-संस्कृति राष्ट्र प्रतिष्ठा के साथ आगे बढ़नी चाहिए।
बंटेंगे तो कटेंगे…
एक रहेंगे तो नेक रहेंगे, सुरक्षित रहेंगे… pic.twitter.com/Ey4QzpFSRY
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) August 26, 2024