राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) को लेकर दिए गए बयान पर केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू( Ravneet Singh Bittu ) के खिलाफ कर्नाटक में कांग्रेस ने एफआईआर दर्ज करई है। राहुल गांधी ने अमेरिका दौरे पर सिखों को लेकर बयान दिया था, जिस पर रवनीत बिट्टू ने उन्हें आतंकी बता दिया था। इसे लेकर खूब हंगामा हुआ और कर्नाटक में रवनीत बिट्टू के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है। वहीं केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने अपने बयान पर माफी मांगने से भी इनकार कर दिया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मैं ससद में भी बोलूंगा कि गांधी परिवार ने पंजाब जलाया। हमने पंजाब में अपनी कई पीढ़ियां खोई हैं।
कर्नाटक के एक कांग्रेस पदाधिकारी ने केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ( Ravneet Singh Bittu ) के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय राज्य मंत्री के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 353 (गलत सूचना के आधार पर बयान देना या अफवाह फैलाना), 192 (दंगे कराने के मकसद से भडकाऊ बयान देना), 196 (दो समुदायों के बीच वैमनस्यता फैलाने) के तहत बंगलूरू के हाई ग्राउंड पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है।
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 18 सितंबर को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम ओपन लेटर लिखा। नड्डा ने लिखा कि आप राहुल गांधी समेत अपने नेताओं की करतूतों को भूल गए हैं या फिर उन्हें जानबूझ कर नजरअंदाज किया।
यह उस चिट्ठी का जवाब है, जो खड़गे ने 17 सितंबर को PM मोदी की नाम लिखी थी। जिसमें उन्होंने राहुल गांधी को लेकर विवादित बयान देने वाले भाजपा नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
भाजपा अध्यक्ष ने अपनी चिट्ठी में खड़गे से पूछा कि जिस व्यक्ति का इतिहास ही देश के प्रधानमंत्री समेत पूरे ओबीसी समुदाय को चोर कहकर गाली देने का रहा हो, जिसकी मानसिकता पूरा देश जानता हो, उस राहुल गांधी को सही ठहराने की कोशिश आप किस मजबूरी के चलते कर रहे हैं?
नड्डा ने लेटर में यह भी लिखा कि कांग्रेस के नेताओं ने पिछले 10 सालों में प्रधानमंत्री मोदी को 110 से ज्यादा गालियां दी हैं। तब राजनीतिक शुचिता, मर्यादा, अनुशासन, शिष्टाचार जैसे शब्द आपकी डिक्शनरी से क्यों गायब हो जाते हैं? आप राजनीतिक शुचिता की दुहाई दे रहे हैं लेकिन आपके नेताओं का इतिहास ही इसकी धज्जियां उड़ाने का रहा है। ऐसा दोहरा रवैया क्यों?
उन्होंने लिखा- “अगर मैं उदाहरण गिनाने लग जाऊं तो आपको भी पता है कि उसके लिए अलग से किताब लिखनी पड़ेगी। क्या ऐसे बयानों और हरकतों ने देश को शर्मसार नहीं किया, राजनीतिक मर्यादा को तार- तार नहीं किया? आप इसे कैसे भूल गए खड़गे जी?”