भारत और कनाडा ( Canada) के रिश्ते एक बार फिर से बिगड़ते दिख रहे हैं। भारत ने सोमवार को कनाडाई राजदूत को तलब किया। इसके बाद भारत ने कनाडा से अपने उच्चायुक्त को वापस बुलाने का फैसला लिया है। कनाडा ने हाल ही में निज्जर हत्याकांड में भारत के उच्चायुक्त को सिख अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की कथित हत्या की जांच से जोड़ा था। विदेश मंत्रालय ने कनाडा के बयान को बेतुका करार देते हुए खारिज कर दिया।
बता दें कि सोमवार को भारत ने कनाडाई राजदूत स्टीवर्ट व्हीलर को भी तलब किया था। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘कनाडा के कार्यवाहक राजदूत को आज शाम तलब किया था। उन्हें बताया गया कि कनाडा में भारतीय उच्चायुक्त और अन्य राजनयिकों और अधिकारियों को आधारहीन रूप से निशाना बनाया जाना पूरी तरह से अस्वीकार्य है।’
विदेश मंत्रालय ने व्हीलर से मुलाकात के बाद कहा, ‘उग्रवाद और हिंसा के माहौल में, ट्रूडो सरकार के कार्यों से उनकी सुरक्षा खतरे में पड़ गई है। हमें उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वर्तमान कनाडाई सरकार पर कोई भरोसा नहीं है। इसलिए भारत सरकार ने उच्चायुक्त और अन्य राजनयिकों और अधिकारियों को वापस बुलाने का फैसला किया है। ‘
भारत ने कनाडा ( Canada) के 6 राजनायिकों को भी निकालने का फैसला किया है। इसमें कार्यवाहक उच्चायुक्त स्टीवर्ट रॉस व्हीलर, उप उच्चायुक्त पैट्रिक हेबर्ट, प्रथम सचिव मैरी कैथरीन जोली, इयान रॉस डेविड ट्राइट्स, एडम जेम्स चुइपका और पाउला ओरजुएला शामिल हैं। सरकार ने इन कनाडाई राजनायिकों को शनिवार, 19 अक्टूबर, 2024 को रात 11:59 बजे तक या उससे पहले भारत छोड़ने के लिए कहा गया है।
इधर कनाडा ( Canada) ने भी भारत के 6 अधिकारियों को देश छोड़ने का आदेश दिया है। कनाडा सरकार ने अपने आदेश में भारत के उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा और टोरंटो में अन्य शीर्ष राजनयिक अधिकारियों को देश छोड़ने के लिए कहा है।
18 जून 2023 की शाम को कनाडा ( Canada) के सरे शहर के एक गुरुद्वारे से निकलते समय निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रूडो ने पिछले साल 18 सितंबर को भारत सरकार पर निज्जर की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया था, जिसे भारत ने खारिज किया था।
इसके बाद 3 मई को निज्जर की हत्या के 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। ये तीनों आरोपी भारतीय हैं। कनाडाई पुलिस ने कहा कि इन पर पुलिस कई महीनों से नजर रखे हुई थी। उन्हें यकीन है कि इन्हें भारत ने निज्जर को मारने का काम सौंपा था। तब भारत ने इस मामले पर कहा था कि यह कनाडा का आंतरिक मामला है।