भारत और चीन( India-China) की सेनाएं शुक्रवार, 25 अक्टूबर से पूर्वी लद्दाख सीमा से पीछे हटना शुरू हो गई हैं। न्यूज एजेंसी के मुताबिक पूर्वी लद्दाख ( Ladakh)के डेमचोक और देपसांग पॉइंट में दोनों सेनाओं ने अपने अस्थायी टेंट और शेड हटा लिए हैं। गाड़ियां और मिलिट्री उपकरण भी पीछे ले जाए जा रहे हैं।
सैन्य सूत्रों के मुताबिक, 28 और 29 अक्टूबर तक दोनों देश( India-China) देपसांग और डेमचोक से अपनी- अपनी सेनाएं पूरी तरह हटा लेंगे। पेट्रोलिंग के लिए सीमित सैनिकों की संख्या तय की गई है। ये संख्या कितनी है, इसकी अभी जानकारी सामने नहीं आई है।
क्षेत्र में दोनों ओर से एक-एक तंबू तथा कुछ अस्थायी संरचनाओं को हटा दिया गया है, तथा भारतीय सैनिक चार्डिंग नाला के पश्चिमी किनारे की ओर वापस लौट रहे हैं, जबकि चीनी सैनिक नाला के पूर्वी किनारे की ओर पीछे हट रहे हैं।सूत्रों के अनुसार, दोनों तरफ लगभग 10-12 अस्थायी ढांचे और 12 टेंट हैं, जिन्हें हटाया जाएगा।
बताया जा रहा है भारत और चीन ( India-China)के बीच हुए समझौते के अनुसार चीन के सैनिक अब देपसांग में स्थित करीब 18 किलोमीटर के बॉटलनेक इलाके में भारतीय सैनिकों को नहीं रोक सकेंगे। आपको बता दें ब्रिक्स सम्मेलन में पीएम मोदी और चीन राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच हुई द्विपक्षीय वार्ता से पहले दोनों देशों के बीच एलएसी पर पेट्रोलिंग को लेकर समझौता हुआ था। भारत और चीन के बीच हुए समझौते के मुताबिक दोनों सेनाओं के अस्थायी ठिकानों को हटाया जा रहा है। खबरों से मिली जानकारी के अनुसार भारतीय सैनिक देपसांग में पेट्रोलिंग प्वॉइट 10 से 13 तक और डेमचोक के चारडिंग नाला में पेट्रोलिंग कर सकते हैं।

उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिन्द्र कुमार ने मीडियाकर्मियों से कहा, “और, इन चर्चाओं के परिणामस्वरूप, भारत और चीन ( India-China)सीमा क्षेत्रों पर वास्तविक नियंत्रण रेखा पर गश्त व्यवस्था पर सहमति बनी है, जिससे सैनिकों की वापसी और समाधान हुआ है।” 2020 में इन क्षेत्रों में जो मुद्दे उठे थे।”
देपसांग और डेमचोक से पीछे हटने की जानकारी 18 अक्टूबर को सामने आई थी। इसमें बताया गया था कि यहां से दोनों सेनाएं अप्रैल 2020 से पहली की स्थिति में वापस लौटेंगी। साथ ही उन्हीं क्षेत्रों में गश्त करेंगी, जहां अप्रैल 2020 से पहले किया करती थीं। इसके अलावा कमांडर लेवल मीटिंग होती रहेगी। समझौते में लद्दाख के देपसांग के तहत आने वाले 4 पॉइंट्स को लेकर सहमति बन गई है, लेकिन डेमचोक के गलवान घाटी और गोगरा हॉट स्प्रिंग्स में गश्त को लेकर कुछ नहीं कहा गया है।
आपको बता दें दोनों देशों के बीच हुए समझौते से पहले देपसांग और डेमचोक में दोनों देशों ( India-China)के पचास हजार से अधिक सैनिक तैनात थे। अब भारतीय सैनिक चारडिंग नाला के पश्चिमी हिस्से की ओर वापस हुए हैं, जबकि चीनी सैनिक नाला के पूर्वी हिस्से की ओर पीछे हुए हैं। तनातनी वाले स्थान से अब दोनों पक्षों के वाहनों की संख्या के साथ साथ सैनिकों की संख्या में कमी हो रही है।