प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi ) ने लगातार 11वीं बार जवानों के साथ दिवाली मनाई। प्रधानमंत्री गुजरात(Gujarat) के कच्छ( Kutch ) में भारत-पाक सीमा पर पहुंचे। यहां उन्होंने बीएसएफ, सेना, नौसेना और एयरफोर्स के जवानों को मिठाई खिलाई।प्रधानमंत्री 11 साल में सबसे ज्यादा 4 बार जम्मू-कश्मीर में जवानों के बीच पहुंचे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi )ने गुरुवार को गुजरात के कच्छ के क्रीक क्षेत्र में लक्की नाला में बीएसएफ, सेना, नौसेना और वायु सेना के बहादुर कर्मियों के साथ दिवाली मनाई। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश को उन सुरक्षा कर्मियों पर बहुत गर्व है जो दुर्गम स्थानों पर भी डटे रहते हैं। कच्छ का क्रीक क्षेत्र अत्यधिक तापमान के कारण चुनौतीपूर्ण और दुर्गम दोनों है। इसमें अन्य पर्यावरणीय चुनौतियां भी हैं। प्रधानमंत्री क्रीक क्षेत्र में तैरती हुई बीओपी में से एक पर भी गए और बहादुर सुरक्षा कर्मियों के साथ मिठाइयां बांटीं।
पीएम मोदी (PM Modi )ने सैनिकों की इच्छाशक्ति और साहस की सराहना की और कहा कि आज देश में ऐसी सरकार है जो सीमा पर एक इंच भी जमीन से समझौता नहीं करेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब लोग तीनों सेवाओं के सैनिकों के “अटूट संकल्प, अथक बहादुरी और अद्वितीय पराक्रम” को देखते हैं तो वे अपनी सुरक्षा और शांति के प्रति आश्वस्त महसूस करते हैं।
उन्होंने कहा, “मैं आपको और भारत माता की सेवा करने वाले देश के हर सैनिक को दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। इन शुभकामनाओं में 140 करोड़ नागरिकों का आभार भी शामिल है।” “कहीं हिमालय के ग्लेशियर हैं और तापमान शून्य डिग्री से भी कम है, कहीं कड़ाके की सर्दी है तो कहीं तपती धूप और गर्मी वाले रेगिस्तान हैं। चुनौतियां बहुत हैं… यह अभ्यास हमारे सैनिकों को इस हद तक कठोर बना देता है कि हमारे सैनिक स्टील की तरह चमक उठते हैं, जिसे देखकर दुश्मन की रूह कांप जाती है, यहां तक कि वे सोचते हैं कि ऐसे सैनिकों को कौन हरा पाएगा जो ऐसी परिस्थितियों में भी नहीं डगमगाते।” सैनिकों की “अटूट इच्छाशक्ति” और “अपार साहस” की सराहना करते हुए पीएम मोदी (PM Modi ) ने कहा कि सैनिकों ने हर चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में खुद को साबित किया है।
उन्होंने कहा, “यह अडिग इच्छाशक्ति, अपार साहस, पराक्रम की पराकाष्ठा, जब देश आपकी ओर देखता है, तो उसे सुरक्षा और शांति की गारंटी दिखाई देती है। जब दुनिया आपको देखती है, तो उसे भारत की शक्ति दिखाई देती है और जब दुश्मन आपको देखता है, तो उसे उनके नापाक इरादों का अंत दिखाई देता है। जब आप जोश में दहाड़ते हैं, तो आतंकवादी कांप उठते हैं। मुझे गर्व है कि हमारे देश के सैनिकों ने हर चुनौतीपूर्ण परिस्थिति में खुद को साबित किया है।” पीएम मोदी ने कहा, “आज जब मैं कच्छ में खड़ा हूं, तो नौसेना का उल्लेख भी उतना ही महत्वपूर्ण है। कच्छ के इस क्षेत्र को युद्ध क्षेत्र में बदलने की कोशिशें की गईं। देश जानता है कि सर क्रीक की धरती पर दुश्मनों के नापाक इरादे हैं, लेकिन देश के लोग इसलिए शांति में हैं क्योंकि आप (सुरक्षा बल) यहां तैनात हैं। वे जानते हैं कि आपने 1971 के युद्ध में उन्हें कैसे करारा जवाब दिया था। इसलिए कोई भी सर क्रीक और कच्छ की धरती पर आंख उठाकर देखने की हिम्मत नहीं करता।” प्रधानमंत्री ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में कच्छ की अपनी यात्राओं को याद किया और कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार सशस्त्र बलों की जरूरतों का ख्याल रख रही है।
A memorable Diwali with our security personnel in a remote and inhospitable area in Kutch! pic.twitter.com/E0h3MrFMLI