मथुरा रिफाइनरी (Mathura Refinery) में मंगलवार देर शाम बड़ा हादसा हुआ। रिफाइनरी में ब्लास्ट के साथ आग लग गई। आग की चपेट में आकर दस कर्मचारी झुलस गए।इनमें से पांच की हालत गंभीर बताई जा रही है।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि मथुरा रिफाइनरी (Mathura Refinery) में धमाके की तेज आवाज के बाद भीषण लपटें उठने लगीं। ये बाहर हाइवे से भी देखी जा सकती थीं। बताया जा रहा है कि धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि बाहर की इमारतें भी हिल गईं।बताया जा रहा है कि रिफाइनरी का एबीयू प्लांट चालीस दिन से बंद था। मंगलवार को इसे दोबारा चालू किया गया था।इसके कुछ वीडियो भी सामने आए हैं। बताया जा रहा है कि प्लांट में काम चल रहा था।आशंका जताई जा रही है कि इसमें लीकेज था, इससे ब्लास्ट हो गया और आग लग गई। ब्लास्ट इतनी तेज था कि एक किमी दूरी तक उसकी आवाज सुनाई दी। इस दौरान दस कर्मचारियों के घायल होने की सूचना है।घायलों में प्रोडक्शन मैनेजर राजीव भी शामिल हैं।मौके पर आग विकराल होती जा रही थी। इस दौरान वहां मौजूद फायर टेंडरों के जरिए आग बुझाने का प्रयास शुरू कर दिया गया। कुछ ही देर में सूचना पर दमकल भी पहुंच गईं। इससे आग पूरी तरह बुझाई जा सकी। वहीं झुलसे लोगों को एंबुलेंस के जरिए रिफाइनरी के अस्पताल और दिल्ली के अपोलो हॉस्पिटल भेजा गया है।
जनसंपर्क अधिकारी रेनू पाठक ने बताया कि मथुरा रिफाइनरी (Mathura Refinery) में शट डाउन चल रहा था। शाम करीब 7.30 बजे उसी की स्टार्टअप एक्टिविटी थी। एवीयू (एटमॉस्फियरिक वैक्कम यूनिट) में वेल्डिंग का काम चल रहा था। इसी दौरान आग लग गई। इसमें किसी के मरने की सूचना नहीं है। आठ कर्मचारी झुलसे जरूर हैं। इनमें से तीन को दिल्ली में आईओसी के अस्पताल भेजा गया है। बाकी का स्थानीय अस्पतालों में इलाज चल रहा है। आग पर काबू पा लिया गया है।
अस्पताल पहुंचे घायल अजय के भाई पुष्पराज ने कहा – हमें हादसे के बारे में बताया गया। अंदर जाने नहीं दिया गया है। हादसा कैसे हुआ, कब हुआ? इस बारे में कुछ पता नहीं है।
प्राइवेट अस्पताल में घायल लोगों के परिजन पहुंच चुके हैं। हादसे को लेकर हर कोई जानना चाहता है, मगर रिफाइनरी की तरफ जो लोग अस्पताल में मौजूद हैं, वह हादसे को लेकर बात करने से मना कर रहे हैं।