आंध्र प्रदेश (Andhra-Pradesh ) के अल्लूरी सीताराम राजू जिले में देर से आने पर कुछ छात्राओं ( girl students) के बाल काटने के आरोप में एक सरकारी स्कूल की प्रधानाचार्य को निलंबित किया गया है।
प्रिंसिपल ने देरी से आने पर 18 छात्राओं ( girl students) के बाल काट दिए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रिंसिपल ने नाराज होकर सजा के तौर पर बाल काट हैं। धूप में खड़ा करके पिटाई की।मामला सामने आने के बाद कलेक्टर ने आरोपी प्रिंसिपल को सस्पेंड कर दिया है। आगे की जांच की जा रही है।
समग्र शिक्षा के राज्य परियोजना निदेशक बी. श्रीनिवास राव ने बताया कि यह घटना अल्लूरी सीतारामराजू जिले के जी मदुगुला में आवासीय स्कूल कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (केजीबीवी) में 15 नवंबर को हुई थी, लेकिन सोमवार को सामने आई।
इसके बाद डिपार्टमेंट ने आरोपी प्रिंसिपल यू साई प्रसन्ना के खिलाफ जांच की थी। उन पर लगे आरोप को सही पाया गया, जिसके बाद देर रात कलेक्टर ने निलंबन आदेश जारी कर दिए।

राव ने कहा कि सोमवार को हमने जांच की और देर रात (सोमवार) कलेक्टर ने निलंबन आदेश जारी कर दिए। जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) और बालिका विकास अधिकारी के नेतृत्व में की गई जांच के परिणामस्वरूप प्रधानाचार्य प्रसन्ना के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की गई। निलंबन आदेश में कहा गया है कि प्रधानाचार्य (प्रसन्ना) ने कुछ छात्राओं ( girl students)के बाल/अतिरिक्त बाल काटने की बात स्वीकार की है, इसलिए प्रथम दृष्टया आरोप संदेह से परे साबित हुआ है।
छात्रों ने दावा किया कि प्रिंसिपल ने उन्हें घटना का खुलासा न करने की धमकी दी। माता-पिता ने प्रिंसिपल के कार्यों को अपमानजनक और अनुचित बताया है, कई लोगों ने कहा है कि छात्रों की देरी छात्रावास में उचित पानी की आपूर्ति की कमी के कारण थी।