Sunday, April 20, 2025

Crime, Indian Army, News, Uttar Pradesh

Uttar Pradesh :राजपूत रेजिमेंट के लेफ्टिनेंट कर्नल ने वर्दी पहनकर जान दी,फतेहगढ़ छावनी क्षेत्र के ऑफिसर्स आवास में फंदे से लटका मिला शव

Lieutenant Colonel of Rajput Regiment committed suicide wearing Full Uniform in the military area of ​​Farrukhabad.

 (  के   () जिले के फतेहगढ़ छावनी क्षेत्र में लेफ्टिनेंट कर्नल (Lieutenant Colonel )  देशराज कौंडल ने संदिग्ध परिस्थितियों फांसी लगाकर जान दे दी। लेफ्टिनेंट कर्नल पूरे ड्रेस में थे, नेम प्लेट भी लगी थी। जूते-मोजे भी पहन रखे थे। गले में एक कपड़े के साथ रस्सी का फंदा था, जो पंखे में बंधा हुआ था।पोस्टमार्टम में छह-सात घंटे पहले फंदा लगाने से दम घुटने से मौत की पुष्टि हुई है।

आरआरसी में तैनात सीनियर रिकॉर्ड ऑफिसर ले. कर्नल (Lieutenant Colonel ) देशराज कौंडल का शव उनके फॉलोवर ने सरकारी आवास के कमरे में फंदे पर लटका देखा। फॉलोवर वहां सुबह की चाय देने गया था। उसी ने सैन्य अधिकारियों को पूरे मामले की जानकारी दी।

जानकारी पर सैन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। सीओ सिटी समेत थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पड़ताल की।पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।

परिवार वाले भी इस मामले में कुछ बता नहीं पा रहे हैं। वहीं, पुलिस इसे प्रथम दृष्टया आत्महत्या मान रही है। हिमाचल प्रदेश के जिला सोलन के जबल जमरोट के रहने वाले व हाल निवासी कैंट ऑफिसर्स लिविंग क्षेत्र के आवास संख्या ईडब्लूटी 4/2 निवासी लेफ्टिनेंट कर्नल देशराज कौंडल (59) का शव सोमवार सुबह सरकारी आवास पर पंखे से बंधी रस्सी के सहारे फंदे पर लटका मिला।

काफी देर तक वह आवास से बाहर नहीं निकले तो फॉलोवर वहां पहुंचा। खिड़की से देखा गया तो लेफ्टिनेंट कर्नल (Lieutenant Colonel ) देशाराज का शव पंखे से लटका हुआ था। इसके बाद अधिकारियों ने मामले की सूचना उच्चाधिकारियों को दी। मेजर नरेश चंद्र द्विवेदी की तहरीर पर फतेहगढ़ कोतवाली में मामला दर्ज किया गया। सीओ सिटी ऐश्वर्य उपाध्याय ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

राजपूत रेजिमेंट सेंटर के रिकॉर्ड कार्यालय में कार्यरत सीआरओ ले. कर्नल देशराज कौंडल का परिवार हिमाचल के शिमला में रहता है। पढ़ाई के लिए पत्नी बच्चों के साथ रहती है। बेटे को फोन पर पिता ने सबका ध्यान रखने की बात कही। तब यह नहीं पता था कि पापा ऐसा कुछ कर लेंगे।

Disclaimer:
If you or someone you know is struggling with thoughts of suicide or self-harm, remember that help is available. Suicide is never the answer, and there is always someone ready to listen and support you. Reaching out for help is a courageous step toward healing. You do not have to face this alone.

There are numerous resources that offer confidential support 24/7, such as trained counselors, helplines, and mental health professionals. Take a moment to connect with them and share what you’re going through. Your life matters, and there are people who care and want to help you navigate this difficult time.

For immediate help, you can visit the Suicide Prevention India Foundation here or call NIMHANS suicide prevention helpline at 80461 10007. In case of emergencies, please reach out to your local emergency services or a trusted individual.

Remeber! You are not alone, and help is just a call or message away.

अस्वीकरण:
यदि आप या आपका कोई परिचित आत्महत्या या आत्मनुकसान के विचारों से जूझ रहा हैतो कृपया याद रखें कि मदद हमेशा उपलब्ध है। आत्महत्या कभी समाधान नहीं हैऔर हमेशा कोई न कोई आपकी बात सुनने और सहायता करने के लिए तैयार है। सहायता लेना एक साहसिक कदम हैऔर आप इसे अकेले नहीं लड़ना है।

कई संसाधन हैं जो आपको गोपनीय सहायता प्रदान करते हैंजैसे प्रशिक्षित परामर्शदाताहेल्पलाइनऔर मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ। कृपया उनके संपर्क में आएं और अपनी स्थिति को साझा करें। आपका जीवन महत्वपूर्ण हैऔर ऐसे लोग हैं जो आपकी परवाह करते हैं और इस कठिन समय में आपका साथ देने के लिए तत्पर हैं।

तत्काल सहायता के लिएआप सुसाइड प्रिवेंशन इंडिया फाउंडेशन की वेबसाइट यहां देख सकते हैं या आत्महत्या रोकथाम हेल्पलाइन पर 80461 10007 पर कॉल कर सकते हैं। आपातकाल की स्थिति मेंकृपया अपने स्थानीय आपातकालीन सेवाओं या किसी विश्वसनीय व्यक्ति से संपर्क करें।

याद रखें! आप अकेले नहीं हैंमदद बस एक कॉल या संदेश की दूरी पर है।

Raju Upadhyay

Raju Upadhyay is a veteran journalist with experience of more than 35 years in various national and regional newspapers, including Sputnik, Veer Arjun, The Pioneer, Rashtriya Swaroop. He also served as the Managing Editor at Soochna Sahitya Weekly Newspaper.