
पुलिस के अनुसार, संभल हिंसा में हुए नुकसान की भरपाई भी इन्हीं उपद्रवियों से की जाएगी। जानकारी मिली है कि यदि जरूरी हुआ तो उपद्रवियों पर इनाम भी घोषित किया जाएगा।पुलिस ने बताया कि अभी और वीडियो, CCTV और ड्रोन फुटेज की जांच की जा रही है। आगे और भी पोस्टर जारी किए जाएंगे। साथ ही सड़कों पर पोस्टर और होर्डिंग्स भी लगाए जाएंगे।
पुलिस ने अब तक 4 महिलाओं समेत 27 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है। इन्हें कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। संभल पुलिस ने दीपासराय इलाके का एक फुटेज भी जारी किया। इसमें वह छत से पत्थर फेंकते नजर आ रही है।
संभल (Sambhal ) पुलिस की ओर से जारी पोस्टर में कुल 100 से तस्वीरें दिखाई गई हैं, जिनमें पत्थरबाज और भीड़ को उकसाने का प्रयास कर रहे उपद्रवी नजर आ रहे हैं। यह पोस्टर सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए फुटेज से निकाल कर जारी किया गया है। नखासा तिराहा चैनल नं. 04 के नाम से जारी पोस्टर में कुछ लोगों की पहचान भी हो गई है, जिनके नाम भी लिखे गए हैं।
संभल (Sambhal ) में 24 नवंबर को जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान पथराव और हिंसा हुई थी। इसमें 4 लोगों की मौत हो गई थी। इस दौरान कई घंटे तक पथराव हुआ था। इसके बाद से इलाके में अभी भी तनाव बना हुआ है। जगह-जगह पुलिसबल तैनात है।
संभल (Sambhal )बवाल मामले में योगी सरकार बड़े एक्शन की तैयारी में है। इस क्रम में पत्थरबाजों और उपद्रवियों के पोस्टर सार्वजनिक रूप से जारी किए गए हैं। यूपी सरकार ने कहा कि पथराव करने वालों और उपद्रवियों के पोस्टर सार्वजनिक स्थानों पर लगाए जाएंगे, वसूली की जाएगी और इनाम भी जारी किया जा सकता है।
बुधवार को भी पुलिस ने ताबड़तोड़ दबिश दी और कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया। पुलिस ने रविवार को संभल की जामा मस्जिद के बाहर, नखासा और हिंदूपुरा खेड़ा क्षेत्र में उपद्रव करने वाले 100 से ज्यादा आरोपियों को चिह्नित कर लिया है।
संभल (Sambhal )में हुए बवाल के बाद जामा मस्जिद कमेटी के सदर जफर अली ने पुलिस और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। इस पर संभल जिले के डीएम और एसपी ने आरोपों का जवाब देने के साथ जफर अली की भ्रामक बातों का खंडन किया। उन्होंने कहा कि उपद्रवियों ने सरकारी और गैर सरकारी वाहनों के साथ ही अन्य संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है। उनसे वसूली की जाएगी।