पूर्व शिअद-भाजपा सरकार के दौरान पंजाब (Punjab) के उप मुख्यमंत्री रहे सुखबीर बादल ( Sukhbir Badal) समेत 17 अकाली मंत्रियों के खिलाफ श्री अकाल तख्त साहिब ने सोमवार को धार्मिक सजा का एलान किया। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुबीर सिंह ने हजारों लोगों की मौजूदगी में अकाल तख्त की गैलरी से पढ़ कर सजा सुनाई। यह सजा सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख संत गुरमीत राम रहीम को माफी दिलाने, श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी और सिख युवाओं की हत्या करवाने वाले पुलिस अधिकारियों को उच्च पदों पर आसीन करने समेत कई पंथक गलतियों के लिए सुनाई गई।
अकाल तख्त साहिब पर हुई पांच तख्तों के जत्थेदारों की बैठक के बाद एक-एक कर सजा का एलान किया गया। इस दौरान सुखबीर बादल ( Sukhbir Badal) पांव में चोट लगी होने के कारण व्हील चेयर पर बैठकर अकाल तख्त साहिब के समक्ष पेश हुए। इस दौरान जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने सुखबीर बादल व पूर्व मंत्री सुखदेव सिंह ढींडसा को श्री दरबार साहिब के बाहर घंटाघर प्रवेश द्वार के समक्ष दो दिन के लिए एक-एक घंटा सेवादार की पोशाक पहन बरछा हाथ में लेकर सुबह नौ से दस बजे तक बैठना होगा।
इस दौरान उन्हें अपने गले में अकाल तख्त की ओर से दी गई तख्ती भी पहननी होगी। इसके अलावा उन्हें तख्त श्री केसगढ़ साहिब, तख्त श्री दमदमा साहिब, गुरुद्वारा मुक्तसर साहिब, गुरुद्वारा फतेहगढ़ साहिब में एक-एक घंटा संगत के बर्तन व जूते साफ करने होंगे। इन गुरुद्वारों में उन्हें एक-एक घंटे तक कीर्तन का श्रवण भी करना होगा। सजा पूरी होने के बाद उन्हें श्री अकाल तख्त साहिब पर पेश होकर 11 हजार रुपये की कड़ाह प्रसाद की देग और 11 हजार रुपये गुरु की गोलक में डालने की हिदायत दी गई है।
इसके साथ ही जत्थेदार ने आदेश दिया कि सुखबीर बादल ( Sukhbir Badal) का शिअद अध्यक्ष पद से दिया गया इस्तीफा तीन दिन में स्वीकार किया जाए। छह माह के भीतर पार्टी का पुनगर्ठन कर पार्टी के संविधान और लोकतांत्रिक ढंग से नए पदाधिकारियों का चयन किया जाए।
सिंह साहिबान ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की तत्कालीन कार्यकारिणी की ओर से गुरमीत राम रहीम को माफी देने के समर्थन में करीब 90 लाख से अधिक की राशि के विज्ञापन का सारा खर्च सुखबीर बादल व एसजीपीसी के कार्यकारिणी सदस्यों से ब्याज सहित वसूलने का आदेश दिया।
राम रहीम को श्री अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह व अन्य सिंह साहिबान से माफी दिलाने में मुख्य भूमिका निभाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री स्व. प्रकाश सिंह बादल को श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से दिए गए फख्र-ए-कौम खिताब वापस लेने के आदेश दिए गए हैं। इस दौरान श्री अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह की ओर से गुरमीत राम रहीम को माफी देने के संंबंध में दिए गए स्पष्टीकरण पर असंतोष जाहिर करते हुए सिंह साहिबानों ने उनसे एसजीपीसी को दी गई समस्त सुविधाएं वापस लेने के आदेश दिए। उनके विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों में भाग लेने और भाषण देने पर भी रोक लगाई गई है। इसके अलावा तख्त श्री केसगढ़ साहिब के पूर्व सिंह साहिबान जत्थेदार ज्ञानी गुरमुख सिंह का गुरुनगरी से किसी अन्य जगह तबादला करने के आदेश जारी किए गए हैं। वह अभी श्री अकाल तख्त साहिब के हेडग्रंथी हैं।
STORY | Akal Takht issues ‘tankhah’ for Sukhbir Badal, strips Parkash Singh Badal of ‘Fakhre-e-Qaum’ title