यूपी विजिलेंस ने नोएडा विकास प्राधिकरण के पूर्व ओएसडी रवींद्र सिंह यादव (Ravindra Singh Yadav )के ठिकानों पर छापे मारे। रवींद्र सिंह यादव का नोएडा में 16 करोड़ का बंगला है, उनके घर से 62 लाख के गहने मिले। इटावा में स्कूल है, जिसकी कीमत 15 करोड़ रुपए आंकी गई है।
इनोवा समेत 2 कारें भी मिली हैं। यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति के मामले में की गई। दोनों जगह शनिवार को हुई सर्च कार्रवाई में करीब 18 कर्मचारी और अफसर शामिल थे। कार्रवाई करीब 12 घंटे चली। रवींद्र यादव इस समय निलंबित हैं। जांच में उनके पास आय से अधिक संपत्ति मिली थी।
सरकार को इसकी जांच रिपोर्ट मिली तो उनके खिलाफ मार्च-2023 में FIR के आदेश दिए गए थे। इसके बाद विजिलेंस ने कोर्ट से सर्च वारंट हासिल किया। फिर नोएडा और इटावा के जसवंत नगर तहसील के मलाजनी गांव में छापे मारे।
नोएडा विकास प्राधिकरण के तत्कालीन ओएसडी रवींद्र सिंह यादव (Ravindra Singh Yadav )के ठिकानों पर विजिलेंस ने शनिवार को छापेमारी की। टीम उनके नोएडा स्थित आवास और इटावा (Etawah ) के स्कूल पहुंची। यहां काफी देर तक छानबीन की।

यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति के मामले में की गई। छापेमारी के बाद रवींद्र यादव (Ravindra Singh Yadav )के खिलाफ भ्रष्टाचार सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। इसकी जांचकी जा रही है। छापेमारी में भूखंड, स्कूल, कॉलेज आदि के दस्तावेज बरामद हुए हैं। ये संपत्तियां एटा, लखनऊ, नोएडा व अन्य जगहों की बताई जा रही हैं।
टीम रवींद्र के घरवालों से पूछताछ कर रही है। उसके विदेश यात्रा से लेकर अन्य जानकारी जुटा रही है। घर से बरामद इनोवा व क्विड कार की भी जानकारी जुटा रही है। इसके अतिरिक्त विभिन्न बैंकों के छह खातों, पॉलिसियों और निवेश से संबंधी अभिलेख मिले हैं।
अलग-अलग स्थानों पर करीब एक दर्जन भूमि खरीदने के भी कागज मिले हैं। मकान से अरिसटोटल वर्ल्ड स्कूल, मलाजनी, तहसील जसवंत नगर (इटावा) के पंजीकरण संबंधी कागजात भी मिले हैं।
जांच के दौरान करीब 15 करोड़ संपत्ति के स्कूल का खुलासा हुआ। जो इटावा के जसवंत नगर स्थित अरिसटोटल वर्ल्ड स्कूल है। स्कूल सोसाइटी का अध्यक्ष रवींद्र का पुत्र निखिल यादव है। स्कूल में महंगे उपकरण एवं फर्नीचर लगाए गए हैं। इनकी कीमत दो करोड़ आंकी गई है। स्कूल में 1.04 करोड़ की 10 बसें संचालित हैं। अभी जांच जारी है।
आरोपी रवींद्र सिंह यादव (Ravindra Singh Yadav )ने वर्ष 2007 में नोएडा प्राधिकरण में विशेष कार्याधिकारी के पद पर रहते हुए आईसीएमआर को 9712 वर्ग मीटर सरकारी भूखंड एक प्राइवेट ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी आईसीपीओ आईसीएमआर- सीजीएचएस को नियम विरुद्ध आवंटित किया था। उस समय जांच सीबीआई ने की थी। वर्तमान में विजिलेंस टीम जांच कर रही है। एएसपी ने बताया कि सर्च में अब तक प्राप्त अभिलेखों और साक्ष्यों को जांच में शामिल किया जा रहा है।