उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) में संभल(Sambhal ) जिले के महमूद खां सराय में 46 साल बाद महादेव मंदिर का विशेष श्रृंगार किया गया। इस दौरान भक्तों की भारी भीड़ ने आरती उतारी। शिव मंदिर खुलने के तीसरे दिन कुएं से 3 मूर्तियां मिली। ये पार्वती, गणेश और कार्तिकेय की मूर्तियां हैं।
संभल (Sambhal ) का मुस्लिम बाहुल्य इलाका खग्गू सराय में 46 वर्षों से बंद ऐतिहासिक शिव मंदिर के कपाट खुलने के बाद शहर के श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह है। कुएं की खुदाई के बाद निकली मिट्टी को महिलाएं अपने साथ ले जा रही हैं। महिलाओं का कहना है कि वह घर ले जाकर इस मिट्टी में तुलसी का पौधा लगाएंगी।
इधर, शिव मंदिर से संभलेश्वर शब्द को मिटा दिया गया है। सुबह सिंदूर से मंदिर की दीवार पर संभलेश्व महादेव मंदिर लिखा गया था। पुजारी ने दावा किया कि यह मंदिर कार्तिकेय महादेव मंदिर के नाम से दर्ज है।
खग्गू सराय में शिव मंदिर के परिसर बने प्राचीन कुएं में शनिवार को खोदाई के दौरान भगवान शिव, गणेश और माता पार्वती की खंडित मूर्तियां मिली हैं। पुलिस ने मूर्तियों को अपने संरक्षण में ले लिया है। एएसपी श्रीश्चद्र ने बताया कि कुएं की खोदाई के दौरान शिव परिवार की मूर्तियां मिली हैं। मूर्तियां कुएं में मलबा और मिट्टी के बीच पाई गईं।
मूर्तियां खंडित कैसे हुईं, इसकी जांच की जाएगी। 1978 में हुए दंगे के बाद खग्गू सराय में रहने वाले 40 रस्तोगी परिवार अपने मकान बेचकर पलायन कर गए थे। मुस्लिम क्षेत्र होने के कारण मंदिर की देखभाल करने वाला कोई नहीं था, जिससे मंदिर 46 साल से बंद था। साथ ही परिसर में बना प्राचीन कुआं भी लोगों ने अटा दिया था।
सोमवार सुबह से मंदिर में पूजा-पाठ चल रही है। भाजपा जिला अध्यक्ष हरेंद्र सिंह ने मंदिर में पूजा-अर्चना की। कहा- कश्मीर के पंडितों का दर्द सबने सुना है, अब संभल के हिंदुओं का दर्द भी सामने आना चाहिए।
इधर, मंदिर की साफ-सफाई और रंग-रोगन का काम अब भी चल रहा है। संभल(Sambhal ) के एसपी कृष्ण विश्नोई ने बताया कि मंदिर के आसपास CCTV लगाए गए हैं। कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है। यहां 24 घंटे सुरक्षा रहेगी। श्रद्धालुओं की मॉनिटरिंग की जा रही है, जिससे कोई अराजक तत्व यहां न आ सके।