120 करोड़ रुपये के सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार उजागर करने वाले छत्तीसगढ़(Chhattisgarh) के बीजापुर जिले के युवा पत्रकार मुकेश चंद्राकर ( journalist Mukesh Chandrakar )की बड़ी ही बेरहमी से हत्या कर दी गई है। मुकेश एक जनवरी से लापता थे। उनका शव सेप्टिक टैंक में मिला है। हत्यारे आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के बाडे़ में बने सैप्टिक टैंक से उनकी लाश निकाली गई। पुलिस ने इस मामले में अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने मुकेश की हत्या का प्लान बनाया और उसे अंजाम दिया।
ठेकेदार के भाई रितेश चंद्राकर, रिश्तेदार दिनेश चंद्राकर और उसके मुंशी रामटेके ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। मुकेश पर स्टील रॉड से हमला किया गया था। वारदात के बाद सबूत मिटाने की कोशिश की गई थी। मामले में सुरेश चंद्राकर को मुख्य आरोपी बनाया गया है। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले की जांच के लिए 11 सदस्यीय एसआईटी टीम बनाई गई है।
बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले में शनिवार को नए खुलासे हुए। पुलिस ने 3 आरोपी दिनेश, रितेश चंद्राकर और महेंद्र रामटेके को गिरफ्तार किया है। इसमें 2 आरोपी मृतक के चचेरे भाई हैं। पुलिस ने एक अन्य रिश्तेदार सुरेश चंद्रवंशी को भी आरोपी बनाया गया है, लेकिन वो फरार है।
उधर, मुकेश का आज पोस्टमॉर्टम भी हुआ। इसमें पता चला कि पहले पत्रकार का गला घोटा गया। बाद में सिर पर कुल्हाड़ी मारी गई। इससे सिर पर ढाई इंच घाव हो गया।पोस्टमॉर्टम के बाद मुकेश का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
अब बात करते हैं सबूत मिटाने वाले मुख्य आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर की। पहले वह एसपीओ (स्पेशल पुलिस आफिसर) की नौकरी करता था। इसके बाद वह ठेकेदारी कर अकूत संपत्ति खड़ा कर करोड़पति बन गया। दोनों दलों बीजेपी और कांग्रेस में अपनी पकड़ बनाते हुए ठेकेकारी करता रहा। दोनों दलों के कद्दावर नेताओं के साथ खूब तस्वीरें भी खिंचवाई। दोनों पार्टियों ने भी उसकी खूब आवभगत की। शासन-प्रशासन से करीबी बढ़ाकर अपनी ठेकेदारी से अपने काले साम्राज्य का तेजी से विस्तार किया।
अपना दबदबा बनाने के लिये इस हत्याकांड से पहले प्रदेश के एक प्रतिष्ठित अखबार में फुल पेज का ‘संघर्ष की कहानी’ नाम से विज्ञापन भी प्रकाशित करवाया। ताकि लोगों का ध्यान उसके घृणित पाप पर नहीं बल्कि उसके सामाजिक कार्यों पर बनी रहे। उसने पत्रकार मर्डर मामले को इस विज्ञापन के जरिये सफेद करने की कोशिश की। अब पुलिस की चार टीमें उसकी तलाश में लगातार पतासाजी में लगी हैं। इस दरिंदे ठेकेदार के बारे में सबसे बड़ी और खास बाते ये सामने आई है कि उसने अपनी शादी में हेलिकॉप्टर से बारात लेकर जगदलपुर पहुंचा था, तब वह सोशल मीडिया पर सुखिर्यों में रहा।
इस मामले में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा, ‘मैं दोबारा यह बात दोहराता हूं कि बीजापुर में युवा पत्रकार मुकेश चंद्राकर ( journalist Mukesh Chandrakar )की नृशंस हत्या में शामिल किसी भी दोषी को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। प्रदेश सरकार ने दोषियों को पकड़ने के लिए हरसंभव कदम उठाए हैं, और उन्हें कठोर से कठोर सजा दिलाने के लिए पूरी ताकत से कार्रवाई की जा रही है। यह जघन्य घटना अत्यंत दुखद और निंदनीय है। मैं मुकेश चंद्राकर के परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और उनके साथ इस कठिन समय में खड़ा हूं।’
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या ( journalist Mukesh Chandrakar )ने पूरे प्रदेश में आक्रोश फैला दिया है. इस घटना को लेकर बिलासपुर सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों में पत्रकार और सामाजिक संगठन एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।’ बिलासपुर में निकाले गए कैंडल मार्च में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए,इस दौरान उन्होंने हत्या की निष्पक्ष जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।’
प्रदर्शनकारियों ने सरकार से पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की मांग की, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।’ पत्रकारों का कहना है कि यह घटना न केवल स्वतंत्र पत्रकारिता पर हमला है, बल्कि पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर राज्य की गंभीरता पर भी सवाल खड़े करती है।