भारत और चीन( India-China) ने सोमवार को कैलाश मानसरोवर यात्रा (Kailash Mansarovar Yatra) फिर से शुरू करने का फैसला किया। दोनों पक्ष संबंधों को “स्थिर और बहाल” करने के लिए कुछ जन-केंद्रित कदम उठाने पर सहमत हुए।भारत और चीन के बीच इन्ही गर्मियों में कैलाश मानसरोवर यात्रा शुरू हो जाएगी।
यह जानकारी सोमवार को विदेश मंत्रालय ने एक बयान में दी। इसमें बताया गया कि यह 2 बड़े फैसले बीजिंग में भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच दो दिन की बैठक में लिए गए।
विदेश मंत्रालय ने कहा, “जैसा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच अक्टूबर में कज़ान में हुई बैठक में सहमति बनी थी, दोनों पक्षों ने भारत-चीन द्विपक्षीय संबंधों की स्थिति की व्यापक समीक्षा की और संबंधों को स्थिर और बहाल करने के लिए कुछ जन-केंद्रित कदम उठाने पर सहमति व्यक्त की।
मंत्रालय के मुताबिक, बैठक के दौरान दोनों देशों ने कैलाश मानसरोवर यात्रा (Kailash Mansarovar Yatra)को इस साल गर्मियों में फिर से शुरू करने का फैसला लिया। इस यात्रा को फिर से शुरू करने के लिए मौजूदा समझौतों के तहत जरूरी व्यवस्थाओं पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा, भारत और चीन ने जलवायु आंकड़ों के आदान-प्रदान और सीमा पार नदियों से जुड़े अन्य सहयोग पर बातचतीत के लिए दोनों देशों के बीच विशेषज्ञ स्तर के तंत्र की जल्द बैठक आयोजित करने पर सहमति जताई।

दोनों देशों ने लोगों के आपसी संबंधों को बढ़ावा देने के लिए मीडिया और विचार मंचों की बातचीत को प्रोत्साहित करने की योजना बनाई है। इसके साथ ही, दोनों देशों के बीच सीधी हवाई सेवाएं फिर से शुरू करने का भी फैसला लिया गया। इसके लिए जल्द ही दोनों देशों के तकनीकी अधिकारी बैठक करेंगे और एक नया ढांचा तैयार करेंगे।
कैलाश मानसरोवर यात्रा (Kailash Mansarovar Yatra)और दोनों देशों के बीच फ्लाइट सर्विस 2020 से बंद थी। इसकी वजह दोनों के बीच सीमा विवाद के बाद खराब रिश्ते और कोविड की लहर थी। भारत-चीन के बीच जून 2020 में डोकलाम विवाद हुआ था और 2019 मार्च में कोविड की पहली लहर आई थी।