छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नक्सल प्रभावित जिले बीजापुर ( Bijapur ) में शनिवार को सुरक्षाबलो और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में 8 नक्सलियों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि मारे गए नक्सलियों की संख्या और बढ़ सकती है। मुठभेड़ की पुष्टि बस्तर आईजी सुंदरराज ने की है। इस इलाके में फिलहाल सुरक्षाबल सघन सर्च अभियान चला रहे हैं
मिली जानकारी के मुताबिक सुरक्षाबलों ने माओवादियों के बड़े कैडर्स को घेर रखा है। दरअसल, पुलिस को बीजापुर ( Bijapur ) जिले के गंगालूर इलाके के जंगल में नक्सलियों के मौजूद होने की सूचना मिली थी। जिसके बाद जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), विशेष कार्य बल (एसटीएफ), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और इसकी विशिष्ट इकाई कोबरा (कमांडो बटालियन फॉर रेसोल्यूट एक्शन) के जवानों की संयुक्त टीम ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया।
जवान जब शनिवार की सुबह मौके पर पहुंचे तो माओवादियों ने उन पर फायरिंग करना शुरू कर दी। इसके बाद जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की। इस मुठभेड़ में नक्सलियों को कितना नुकसान हुआ है इसकी जानकारी अभी स्पष्ट नहीं है। आईजी सुंदरराज पी के मुताबिक अभी मुठभेड़ जारी है। जवानों द्वारा तलाशी अभियान भी चलाया जा रहा है।
सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के ठिकानों से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री और कई आधुनिक हथियारों की बरामदगी की है, इनमें इंसास राइफल और वीएलजी लॉन्चर भी शामिल हैं।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बीजापुर ( Bijapur ) मुठभेड़ में इस सफलता पर सुरक्षाबलों की सराहना करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार नक्सल उन्मूलन के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। यह सुरक्षाबल के जवानों की बड़ी सफलता है, उनके साहस को सलाम करता हूं। जवान मजबूती के साथ नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी एवं माननीय केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी का संकल्प है कि 31 मार्च 2026 तक देश-प्रदेश से नक्सलवाद का अंत करेंगे।
बता दें कि इससे पहले 20-21 जनवरी को गरियाबंद जिले के जंगल में मुठभेड़ हुई थी। लगभग 3-4 दिन चली चले इस ऑपरेशन में 16 माओवादी मारे गए थे। इनमें से 12 पर करीब साढ़े तीन करोड़ रुपये का इनाम घोषित था। वहीं बीते 1 महीने में हुई मुठभेड़ों में सुरक्षाबलों ने 50 से ज्यादा नक्सलियों को मार गिराया है।