गुजरात के स्थानीय निकाय चुनावों (Gujarat Local Body Election ) में भारतीय जनता पार्टी(Bharatiya Janata Party )ने फिर से अपना परचम लहरा दिया है। पार्टी ने 68 नगरपालिका में से 62 पर प्रचंड जीत दर्ज की है। वहीं, कांग्रेस को केवल एक सीट से संतोष करना पड़ा। इस चुनाव में भाजपा ने कांग्रेस से 15 नगरपालिका छीन ली हैं। वहीं, समाजवादी पार्टी को दो नगरपालिकाओं में जीत मिली है। राज्य में स्थानीय निकाय चुनाव पहली बार ओबीसी वर्ग को 27 फीसदी आरक्षण लागू होने के बाद हुए हैं। राज्य में स्थानीय निकाय चुनावों के लिए 16 फरवरी को मतदान हुआ था।
दिल्ली विधानसभा चुनाव और छत्तीसगढ़ स्थानीय निकाय चुनावों में हार के बाद कांग्रेस को गुजरात में भी करारी हार का सामना करना पड़ा है। पार्टी सिर्फ जूनागढ़ की ही सीट जीत सकी है।मंगलवार को मतगणना के बाद भाजपा 60 नगरपालिकाओं और तीन तालुका पंचायतों में स्पष्ट विजेता बनकर उभरी।गुजरात के स्थानीय निकाय चुनावों (Gujarat Local Body Election ) में कांग्रेस केवल देवभूमि द्वारका जिले की सलाया नगरपालिका सीट जीतने में कामयाब रही। वहीं, अन्य के खाते में 4 सीटें आई हैं। जूनागढ़ नगर निगम चुनाव में भाजपा ने 44 सीटें जीती हैं, जबकि कांग्रेस को 11 सीटें मिली हैं। तालुका पंचायत में भाजपा ने 55 सीटें जीती हैं, जबकि कांग्रेस को 17 सीटें मिली हैं। निर्दलीय उम्मीदवारों को 6 सीटों पर सफलता मिली। गुजरात में रविवार को जूनागढ़ नगर निगम, 66 नगर पालिकाओं और तीन तालुका पंचायतों में मतदान हुआ था। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्वाचन क्षेत्र गांधीनगर की मनसा नगर पालिका में भी भाजपा ने बहुमत हासिल कर लिया है। यहां 20 में से 19 सीटों पर भाजपा और और एक सीट पर कांग्रेस को जीत मिली है।
भाजपा को 1403 सीटें, कांग्रेस को 260, समाजवादी पार्टी को 34, आम आदमी पार्टी को 28, बहुजन समाज पार्टी को बसपा को 19 और निर्दलीयों को 151 सीटों पर जीत मिली है।
राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, जूनागढ़ नगर निगम चुनाव में 44.32 फीसदी मतदान हुआ। नगर पालिकाओं के चुनाव में 61.65 फीसदी, जबकि तालुका चुनावों में 65.07 फीसदी मत पड़े। स्थानीय निकायों की 213 सीटों पर भाजपा के उम्मीदवारों को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया, क्योंकि इन सीटों पर कांग्रेस और अन्य दलों के हटने के बाद केवल भाजपा के उम्मीदवार ही मैदान में रह गए थे। इनमें जूनागढ़ निगम की आठ सीटें भी शामिल हैं।
गुजरात में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए 27 फीसदी आरक्षण लागू होने के बाद पहली बार चुनाव हुए हैं। इसके अलावा नगर निगमों, नगर पालिकाओं और पंचायतों सहित स्थानीय निकायों में 50 प्रतिशत सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हैं। रविवार को कुछ बूथों पर ईवीएम में खराबी और पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच गरमागरमी के मामले भी देखे गए।भाजपा के शानदार प्रदर्शन के बावजूद द्वारका के सलाया नगर पालिका में उसका खाता नहीं खुल। यहां आम आदमी पार्टी को 13 जबकि कांग्रेस के खाते में 15 सीटें आईं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के स्थानीय निकाय चुनावों (Gujarat Local Body Election ) में भाजपा की जीत पर खुशी जताते हुए कहा कि गुजरात के साथ पार्टी का बंधन और मजबूत हुआ है। पीएम ने राज्य के लोगों का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह विकास की राजनीति की एक और जीत है। प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया पर लिखा, यह बहुत खुशी की बात है कि गुजरात के लोग बार-बार हम पर अपना भरोसा जता रहे हैं। जनता का ये विशेष आशीर्वाद हमें लोगों की सेवा करने के लिए और अधिक ऊर्जा देते हैं। पीएम मोदी ने जमीन पर उनके प्रयासों के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं की जमकर प्रशंसा की।