Friday, April 18, 2025

Mahakumbh 2025, News

Mahakumbh 2025: महाकुंभ में डुबकी के लिए मनमानी वसूली,संगम पहुंचाने का 3 से 5 हजार ले रहे नाव वाले इनसे वसूली कर रहे जल पुलिस वाले : वीडियो

Arbitrary recovery for taking a dip in Mahakumbh, boatmen are charging Rs 3,000 to Rs 5,000 to reach Sangam, water police are extorting money from them Video

महाकुंभ   में स्नान के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है। महाकुंभ में मंगलवार को जबरदस्त भीड़ रही। शाम 6 बजे तक 1.11 करोड़ लोगों ने स्नान किया। इस तरह 13 जनवरी से अब तक 44 दिन में 64.44 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं।

सरकार ने महाकुंभ  (Mahakumbhशुरू हाेने से पहले 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई, लेकिन इस उम्मीद से 20 करोड़ ज्यादा लोग पहुंच चुके हैं। 22 फरवरी तक 60 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु महाकुंभ में आए हैं। यह आंकड़ा दुनिया में रहने वाले 120 करोड़ हिंदुओं का 50 फीसदी है। यानी दुनिया के आधे हिंदू संगम में स्नान कर चुके हैं।

महाकुंभ  (Mahakumbhको लेकर कहा गया कि यह 144 साल बाद आया है। 2025 के महाकुंभ में अमृत योग बन रहा। इसका भी जमकर प्रचार हुआ। लोगों के दिमाग में यह बात बैठ गई कि हमारी पहले की पीढ़ी और आने वाली पीढ़ी को यह मौका नहीं मिलेगा, इसलिए प्रयागराज चलकर संगम में डुबकी लगा ली जाए।

महाकुंभ  (Mahakumbhमें आस्था का जनसैलाब उमड़ रहा है इसी आस्था की उमड़ रही भीड़ को जमकर कैश किया जा रहा है।नाव वाले त्रिवेणी संगम तक ले जाने के लिये तीस से चालीस हज़ार रुपये तक ले रहे है, चाहे निजी हो या सरकारी नाविक, सभी त्रिवेणी संगम स्नान कराने के लिए मनमाने तरीके से रकम वसूल रहे हैं। 2 से 5 हजार रुपए प्रति व्यक्ति किराया लिया जा रहा है। जबकि मेला प्राधिकरण ने नाव से संगम स्नान के लिए अधिकतम किराया 150 रुपए तय कर रखा है, और इन नाव वालों से जल पुलिस के जवान प्रति नाव पाँच हज़ार खुलें वसूल रहे है ।
गंगा – यमुना के बीच नावों का पीछा करते हुये बीच संगम यह चौथ वसूली का काम चल रहा है । इसका वीडियो भी बन गये है लेकिन संगम में यह पाप किया जा रहा है।

4 लोगों के परिवार के लिए नाव का किराया 10 से 12 हजार बोट क्लब घाट पर पहुंचते ही हमें जम्मू-कश्मीर से आए सुभाष चंद्र शर्मा मिले। उन्होंने बताया कि संगम स्नान के लिए हमसे 4 लोगों के 8 हजार रुपए लिए। यह सिर्फ बोट क्लब से त्रिवेणी घाट का नाव का किराया है।जबकि कई नाव वाले तो 10-12 हजार रुपए मांग रहे थे।

शिकायत करने पर श्रद्धालुओं पर भड़क उठते हैं पुलिसकर्मी श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की दिक्कत ना हो, इसके लिए प्रशासन ने पुलिसकर्मी तैनात कर रखे हैं, लेकिन नाविकों की मनमानी को लेकर लोगों की शिकायत पर पुलिसकर्मी उल्टा श्रद्धालुओं पर ही भड़क रहे हैं।

घाट पर मौजूद पुलिसकर्मियों के सामने हो रही लूट पर नाराज एक श्रद्धालु बोले- एक-एक व्यक्ति से 3 हजार रुपए नाव वाले ले रहे, लेकिन पुलिस ने आंख बंद कर रखी है।

प्राइवेट नावों पर पुलिस कोई कार्रवाई क्यों नहीं कर रही? 2 घंटे से घाट पर खड़ा हूं, लेकिन कोई भी नाव वाला संगम जाने को तैयार नहीं। जो ज्यादा पैसा देने के लिए तैयार हैं, सिर्फ उसे बैठा रहे।

मुझसे 3 लोगों का 10 हजार रुपया मांगा जा रहा है। इस तरह से मनमाने किराए को लेकर घाट पर बहस और विवाद का सिलसिला दिनभर चल रहा है।

महाकुंभ  (Mahakumbhजाने वाले हर 10 में 9 व्यक्ति को फ्लाइट टिकट के लिए 50% से 300% तक ज्यादा पैसे चुकाने पड़े। इसी तरह नाव और टेंट में भी ठगे गए। कम्युनिटी प्लेटफॉर्म लोकल सर्कल्स ने 303 जिलों से कुंभ जाने वाले 49 हजार लोगों पर एक सर्वे किया, जिसमें ये खुलासे हुए हैं।

फ्लाइट से कुंभ यात्रा पर गए सिर्फ 13% लोगों ने सर्वे में कहा कि उन्होंने कोई एक्स्ट्रा चार्ज नहीं दिया। वहीं फ्लाइट से न जाने वाले सिर्फ 22% लोगों ने कहा कि उन्हें ट्रांसपोर्ट और बाकी चीजों के लिए अतिरिक्त खर्च नहीं करना पड़ा।

फ्लाइट्स की कीमतों के अलावा प्रयागराज में लोगों के रहने के लिए लगाए गए तंबू यानी टेंट और नाव का किराया भी बढ़ा है। ये बढ़ोतरी सबसे ज्यादा 29 जनवरी को मौनी अमावस्या और 3 फरवरी को बसंत पंचमी जैसे खास दिनों पर हुई।

रिपोर्ट के मुताबिक, 29 जनवरी को प्रयागराज में टेंट और होटलों की कीमतें तीन गुनी तक बढ़ा दी गई थीं। प्रयागराज में सामान्य दिनों में 2500 से 3000 रुपए में होटल में कमरा मिल जाता है। कुंभ के चलते इन होटलों में एक कमरे का किराया करीब 6 हजार से 7 हजार रुपए तक था। ये किराया 29 जनवरी को 22 हजार रुपए तक पहुंच गया।

इसी तरह प्राइवेट टेंट में एक रात रुकने का किराया मौनी अमावस्या जैसे खास दिनों में 15 हजार रुपये से बढ़कर 45 हजार रुपए तक पहुंच गया। वहीं लक्जरी कॉटेज में तीन रात रुकने और खाने-पीने का पूरा पैकेज 2.40 लाख रुपए तक का था। जबकि डोम सिटी में एक रात का किराया 91 हजार रुपए तक हो गया था।

महाशिवरात्रि को महाकुंभ  (Mahakumbhका आखिरी दिन है। महाशिवरात्रि के स्नान पर्व को देखते हुए ट्रैफिक प्लान बदला गया है। आज शाम 4 बजे से मेला क्षेत्र में प्रशासनिक गाड़ियों को छोड़कर सभी वाहनों की एंट्री रोक दी गई है।

प्रशासन ने अपील की है कि श्रद्धालु नजदीकी घाट पर स्नान करें और घर जाएं। महाकुंभ में निगरानी के लिए एयरफोर्स के जवान तैनात किए गए हैं।

आखिरी स्नान से पहले फ्लाइट का किराया बढ़ गया है। दिल्ली से प्रयागराज का किराया 30 हजार और मुंबई से प्रयागराज का किराया 25 हजार हो गया है। महाशिवरात्रि पर हर साल शहर में 16 किमी की शोभायात्रा निकाली जाती है, श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए इस बार यह यात्रा नहीं निकाली जाएगी।

Vijay Upadhyay

Vijay Upadhyay is a career journalist with 23 years of experience in various English & Hindi national dailies. He has worked with UNI, DD/AIR & The Pioneer, among other national newspapers. He currently heads the United News Room, a news agency engaged in providing local news content to national newspapers and television news channels