उत्तर प्रदेश के एटा (Etah ) जिले में यूको बैंक ( UCO Bank )घोटाले में बैंक प्रबंधक के साथ अब ग्राहक भी फंस गए हैं। कुल मिलाकर 34 लोगों पर अदालत के आदेश से बैंक के सहायक महाप्रबंधक, कानपुर दीपक कुमार ने धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। आरोप है कि सब ने मिलकर लगभग 5.79 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है।
दीपक कुमार ने बताया कि तत्कालीन यूको बैंक ( UCO Bank )शाखा प्रबंधक अच्युतकांत त्रिपाठी निवासी निकट बांके बिहारी मंदिर बनवारी नगर कस्बा व थाना छिबरामऊ जिला कन्नौज, तत्कालीन होम लोन डीएसए नीरज निवासी संजय नगर कोतवाली नगर, नेहा और उसका पति अक्षय कुमार निवासी भांमरपुर थाना रिजोर ने 30 ग्राहकों के साथ मिलकर अलग-अलग मौकों पर धोखाधड़ी की।
अच्युत के स्थानांतरण के बाद कई ग्राहकों ने शिकायत की तो बैंक की ओर से जांच कराई गई। प्रारंभिक जांच में पता चला कि 17 ग्राहकों के खाते से कुल 8110750 रुपये के बाउचर शाखा में नहीं मिले। इन 17 ग्राहकों में 8 का खाता 12 सितंबर 2024 तक एनपीए हो चुका था। जांच में अच्युत को दोषी पाते हुए स्पष्टीकरण मांगा गया, जिसका उनकी ओर से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला।
20 मार्च 2024 को इनको निलंबित कर दिया गया। वहीं अन्य कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। आगे की जांच में पता चला कि ग्राहकों की धनराशि और सरकारी सब्सिडी का इन लोगों ने बंदरबांट किया। इन लोगों ने 47577300 रुपये ऋण के उद्देश्य से लेकर अन्य कार्यों में प्रयोग किए हैं। 29 ग्राहकों ने अपने-अपने खातों को एनपीए कर दिया और जानबूझकर सरकारी सब्सिडी पर लोक धन को हड़प लिया।
षड्यंत्र के तहत धोखाधड़ी व आपराधिक विश्वास घात करते हुए अनुचित लाभ प्राप्त किया है। इससे बैंक की प्रतिष्ठा को आघात पहुंचा है। कुल मिलाकर 57888050 रुपये की धोखाधड़ी की गई है। इससे पहले कई ग्राहकों ने उनके खातों से रुपये निकाल लिए जाने की रिपोर्ट यूको बैंक ( UCO Bank ) प्रबंधक व कर्मचारियों पर दर्ज कराई थीं। इसमें पुलिस ने प्रबंधक को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा था। वर्तमान में वह जमानत पर बाहर हैं। सीओ सिटी अमित कुमार राय ने बताया कि अदालत के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।