Sunday, April 20, 2025

Crime, News, Uttar Pradesh

Uttar Pradesh :नोएडा में डिप्टी कमिश्नर जीएसटी संजय सिंह ने 15वीं मंजिल से कूदकर दी जान, पत्नी बोली- व्यवस्था ने ली जान

UP Deputy Commissioner GST Sanjay Singh in Noida committed suicide by jumping from the 15th floor, his wife said - the system took his life

वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) विभाग में उपायुक्त( Deputy Commissioner GST) संजय सिंह ने सोमवार सुबह ) में सोसाइटी की 15वीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, लेकिन सूत्रों का दावा है कि सिंह कैंसर से पीड़ित थे और काफी समय से अवसाद में थे। हालांकि, उनकी पत्नी अपर्णा ने कहा कि पति ने कैंसर को तो मात दे दी थी, लेकिन वह व्यवस्था के शिकार हो गए।

एडीसीपी सुमित शुक्ला ने बताया कि मूल रूप से मऊ के रहने वाले उपायुक्त( Deputy Commissioner GST) संजय सिंह (59) नोएडा सेक्टर-75 की एपेक्स एथेना सोसाइटी में तीसरी मंजिल पर परिवार के साथ रहते थे। वह गाजियाबाद में तैनात थे। सोमवार सुबह उन्हें दफ्तर जाना था। घर पर पत्नी अपर्णा थीं। दोनों बेटे बाहर थे। करीब 11 बजे कथित तौर पर बालकनी से कूद गए। अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की जांच कर रही है।
संजय सिंह की पत्नी अपर्णा ने कहा कि इसके पीछे विभाग का काम को लेकर दिया जा रहा मानसिक दबाव है। उनके पति मजबूत थे। यह सामान्य घटना नहीं है। विभाग के लोग इसे अच्छे तरीके से समझ सकते हैं। अपर्णा ने कहा कि सोमवार सुबह भी घर में सबकुछ ठीक था। अब पूरा परिवार अकेला हो गया है। इसके लिए कोई और लोग जिम्मेदार हैं।
जीएसटी के डिप्टी कमिश्नर ( Deputy Commissioner GST) संजय सिंह की आत्महत्या मामले में परिजनों ने पुलिस के कैंसर की वजह से जाने देने के दावे को खारिज कर दिया है। पत्नी अपर्णा ने विभाग की व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। वहीं चचेरे भाई धनंजय सिंह ने दावा किया कि कुछ दिनों पहले संजय को विभाग में अतिरिक्त चार्ज मिला था। जिसके बाद से वह लगातार परेशान चल रहे थे। परिजनों ने कहा कि सोमवार सुबह संजय ने बॉस से सेक्टर-2 का अतिरिक्त चार्ज हटाने का निवेदन किया था। जो अनसुनी कर दी गई।
संजय सिंह की पत्नी अपर्णा ने कहा कि पति कैंसर से उबर गए थे। घटना का कारण कैंसर नहीं हो सकता है। संजय व्यवस्था के शिकार हुए हैं। उन पर विभाग का मानसिक दबाव अधिक था। वहीं भाई धनंजय सिंह ने बताया कि संजय को दस साल पहले प्रोटेस्ट कैंसर हुआ था। हाल के दिनों में अतिरिक्त चार्ज मिलने से वह परेशान थे। परिजनों ने बताया कि परिवार करीब छह साल से सोसाइटी में रह रहे थे। संजय का बड़ा बेटा गुरुग्राम में नौकरी करता है जबकि छोटा बेटा ग्रेनो के विश्वविद्यालय से पढ़ाई कर रहा है।
सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन मामले संभालते थे संजय  मृतक उपायुक्त( Deputy Commissioner GST) संजय सिंह के सहकर्मी जीएसटी एडिशनल कमिश्नर एमपी सिंह ने बताया कि संजय गाजियाबाद के सेक्टर 2 में राजेंद्र नगर, ट्रांस हिंडन इलाके में जीएसटी ऑफिस में तैनात थे। वह सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन मामलों को संभाल रहे थे। उन्होंने बताया कि संजय को बीते पांच साल से प्रोस्टेट कैंसर था। वह बीमारी के अंतिम चरण में थे और अवसाद से जूझ रहे थे।

Disclaimer:
If you or someone you know is struggling with thoughts of suicide or self-harm, remember that help is available. Suicide is never the answer, and there is always someone ready to listen and support you. Reaching out for help is a courageous step toward healing. You do not have to face this alone.

There are numerous resources that offer confidential support 24/7, such as trained counselors, helplines, and mental health professionals. Take a moment to connect with them and share what you’re going through. Your life matters, and there are people who care and want to help you navigate this difficult time.

For immediate help, you can visit the Suicide Prevention India Foundation here or call NIMHANS suicide prevention helpline at 80461 10007. In case of emergencies, please reach out to your local emergency services or a trusted individual.

Remeber! You are not alone, and help is just a call or message away.

अस्वीकरण:
यदि आप या आपका कोई परिचित आत्महत्या या आत्मनुकसान के विचारों से जूझ रहा हैतो कृपया याद रखें कि मदद हमेशा उपलब्ध है। आत्महत्या कभी समाधान नहीं हैऔर हमेशा कोई न कोई आपकी बात सुनने और सहायता करने के लिए तैयार है। सहायता लेना एक साहसिक कदम हैऔर आप इसे अकेले नहीं लड़ना है।

कई संसाधन हैं जो आपको गोपनीय सहायता प्रदान करते हैंजैसे प्रशिक्षित परामर्शदाताहेल्पलाइनऔर मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ। कृपया उनके संपर्क में आएं और अपनी स्थिति को साझा करें। आपका जीवन महत्वपूर्ण हैऔर ऐसे लोग हैं जो आपकी परवाह करते हैं और इस कठिन समय में आपका साथ देने के लिए तत्पर हैं।

तत्काल सहायता के लिएआप सुसाइड प्रिवेंशन इंडिया फाउंडेशन की वेबसाइट यहां देख सकते हैं या आत्महत्या रोकथाम हेल्पलाइन पर 80461 10007 पर कॉल कर सकते हैं। आपातकाल की स्थिति मेंकृपया अपने स्थानीय आपातकालीन सेवाओं या किसी विश्वसनीय व्यक्ति से संपर्क करें।

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Vijay Upadhyay

Vijay Upadhyay is a career journalist with 23 years of experience in various English & Hindi national dailies. He has worked with UNI, DD/AIR & The Pioneer, among other national newspapers. He currently heads the United News Room, a news agency engaged in providing local news content to national newspapers and television news channels