Sunday, April 20, 2025

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Uttar Pradesh: पूर्व कुलपति प्रोफेसर केएस राणा ख़ुद को ओमान का हाई कमिश्नर बता वीआईपी प्रोटोकॉल लेने के आरोप में गाजियाबाद से  गिरफ्तार

former Vice-Chancellor Prof. K.S. Rana held for posing as Oman ‘High Commissioner’, flaunted Mercedes with fake diplomatic car plates

ओमान का हाई कमिश्नर बताकर वीआईपी प्रोटोकॉल लेने के आरोप में   गाजियाबाद  (Ghaziabad ) पुलिस ने देश के जाने-माने शिक्षाविद आगरा निवासी प्रोफेसर केएस राणा (Prof. K.S. Rana ) को गिरफ्तार कर लिया है। वह अभी हाल में वृंदावन में भी सपरिवार आए थे। एक कार्यक्रम में वह मुख्य अतिथि भी रहे थे। पकड़े जाने पर सभी लग आश्चर्यचकित है। यहां भी मथुरा पुलिस का प्रोटोकॉल साथ था। गाजियाबाद पुलिस अब उनके कथित निजी सचिव की पुलिस तलाश कर रही है।

गाजियाबाद  (Ghaziabad ) पुलिस ने प्रोफेसर केएस राणा (Prof. K.S. Rana ) कब्जे से नीली बत्ती लगी मर्सिडीज कार, फर्जी डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट, आईडी कार्ड और विजिटिंग कार्ड समेत कई दस्तावेज बरामद किए हैं।प्रो. राणा गत वर्ष इंडिया जीसीसी ट्रेड काउंसिल एनजीओ से जुड़े थे। वर्ष में 2015 आंबेडकर विवि आगरा से सेवानिवृत्त होने बाद उत्तराखंड और राजस्थान की चार यूनिवर्सिटी में कुलपति रह चुके हैं। फिलहाल वह दिल्ली में रह रहे हैं।

पुलिस का कहना है कि प्रोफेसर केएस राणा (Prof. K.S. Rana ) का निजी सचिव विवेक उन्हें ओमान का हाई कमिश्नर बताकर प्रोटोकॉल देने के लिए अधिकारियों को पत्र लिखता था, जबकि वे एक एनजीओ से जुड़े हुए हैं। खुद को जीजीसी (गल्फ कंट्रीज काउंसिल) बताकर वीआईपी प्रोटोकॉल लेते थे।
गाजियाबाद पुलिस को उनके निजी सचिव का प्रोटोकॉल देने के लिए पत्र पहुंचा तो पुलिस को शक हुआ। पुलिस ने पूरी जानकारी जुटाकर गाजियाबाद की कौशांबी थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। प्रो. राणा ने अपनी मर्सिडीज कार पर दूतावास वाली नंबर प्लेट लगा रखी थी। जांच करने पर पता चला कि वह लीबिया के राजदूत की गाड़ी का नंबर है। पुलिस अब उनके निजी सचिव की तलाश कर रही है।

गाजियाबाद पुलिस का आरोप है कि वे खुद को ओमान का हाई कमिश्नर बताकर वीवीआईपी ट्रीटमेंट लेते थे। कई विभागों से सुविधा और सुरक्षा हासिल कर लेते थे। गाजियाबाद पुलिस का कहना है कि आरोपी पुलिस और प्रशासन को फर्जी लेटरहेड पर अपना प्रोग्राम भेजकर सरकारी सुविधाएं हासिल कर लेता था।

उसने फर्जी हाई कमिश्नर बनकर गाजियाबाद, मथुरा और फरीदाबाद में भी वीआईपी प्रोटोकॉल लिया था। आरोपी अपनी कार पर 88 CD 01 नंबर की नीली प्लेट लगाता था। यही नहीं, कार पर ओमान देश का झंडा और वर्ल्ड ह्यूमन राइट प्रोटेक्शन कमीशन का स्टीकर भी लगाया हुआ था। आरोपी के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

प्रो. केएस राना(कृष्ण शेखर राना) आगरा के रहने वाले हैं। आगरा कॉलेज में कई सालों में पढ़ाने के बाद वे कुमाऊं विश्वविद्यालय, मेवाड़ यूनिवर्सिटी, उत्तराखंड आवासीय विश्वविद्यालय सहित चार विश्वविद्यालयों के कुलपति के रह चुके हैं। उनके पिता स्वतंत्रता सैनानी रह चुके हैं।
प्रोफेसर केएस राणा (Prof. K.S. Rana ) आगरा विश्वविद्यालय में शिक्षक संगठन औटा के निर्विरोध अध्यक्ष भी रहे। विश्वविद्यालय में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर भी तैनात रहे। प्रोफेसर ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह द्वारा रचित पुस्तकें ‘NDIAN ECONOMIC POLICY’ और ‘ECONOMIC NIGHTMARE OF INDIA का हिंदी रूपांतरण किया।
Zero Tolerance Against Fraudsters –

अनुचित लाभ प्राप्त करने के उद्देश्य से अपनी सही पहचान छुपाते हुए फर्जी दस्तावेज बनाकर अधिकारियों एवं लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाले 01 अभियुक्त को @ghaziabadpolice द्वारा गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 01 आईडी कार्ड, 42 विजिटिंग कार्ड व 01 चार… pic.twitter.com/Pz9oRDIkr9

— UP POLICE (@Uppolice) March 13, 2025

Vijay Upadhyay

Vijay Upadhyay is a career journalist with 23 years of experience in various English & Hindi national dailies. He has worked with UNI, DD/AIR & The Pioneer, among other national newspapers. He currently heads the United News Room, a news agency engaged in providing local news content to national newspapers and television news channels