यूपी एटीएस(UP ATS) ने आगरा ( Agra ) से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का एजेंट को गिरफ्तार किया है। रवींद्र कुमार पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रहा था। वह फिरोजाबाद के हजरतपुर की आर्डिनेंस फैक्ट्री में चार्जमैन के पद पर तैनात है। रवींद्र पाकिस्तान से ऑपरेट होने वाले सोशल मीडिया अकाउंट पर जानकारी दे रहा था।
रवींद्र कुमार आईएसआई के बिछाए हुए हनी ट्रैप के जाल में फंस गया। वह काफी समय से खुफिया सूचनाएं लीक कर रहा था। एटीएस(UP ATS) को इसके पास से कई अहम पुख्ता सबूत मिले हैं। वह आगरा का निवासी है। मूल रूप से मध्य प्रदेश के शिवपुरी का रहने वाला है।
रवींद्र कुमार फेसबुक के जरिए नेहा शर्मा नाम की महिला के संपर्क में आया। वह ऑर्डिनेंस फैक्ट्री की गोपनीय दस्तावेज आईएसआई के लिए काम करने वाली महिला को भेज रहा था। एटीएस को उसके मोबाइल से ऑर्डिनेंस फैक्ट्री की अहम डेली रिपोर्ट मिली है।
जिसमें ड्रोन, गगनयान प्रोजेक्ट व अन्य गोपनीय जानकारी/ स्क्रीनिंग कमेटी का कॉन्फिडेंशियल लेटर मिला है। एडीजी एटीएस नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि नेहा शर्मा नाम की आईडी पाकिस्तान से ऑपरेट हो रही थी। रवींद्र की गिरफ्तारी की सूचना उसकी पत्नी आरती को भी दी गई है।
रवींद्र ने बताया कि बीते साल जून-जुलाई में फेसबुक से नेहा शर्मा नाम की एक लड़की से दोस्ती हुई। पहले हम दोनों फेसबुक के मैसेंजर एप से बात करते थे। धीरे-धीरे मेरी नेहा शर्मा से प्यार मोहब्बत की बातें होने लगी थी। बाद में नेहा ने अपने वॉट्सऐप नम्बर शेयर किया। फिर हमारी वॉट्सऐप से बात होने लगी।
नेहा ने कहा कि वो भारत के विदेश व रक्षा मंत्रालय की अहम गोपनीय सूचनाओं को इकट्ठा कर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी को शेयर करती है। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इसका प्रयोग भारत सरकार के खिलाफ करती है। उसे इस काम के बदले में अच्छा पैसा मिलता है।
अगर तुम मेरे साथ मिलकर काम करोगे तो मालामाल कर दूंगी। इसके बाद मैं लालच में आ गया। मैंने अपने ऑर्डिनेंस फैक्ट्री की कई महत्वपूर्ण और गोपनीय जानकारी नेहा शर्मा को भेजीं। रवींद्र के मुताबिक, वह दस्तावेज और इनपुट भेजने के बाद उसे फोन से डिलीट कर देता था।
एडीजी नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि रवींद्र जिस आर्डिनेंस फैक्ट्री में काम करता है, वह गगनयान प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। गगनयान भारत का स्पेस कार्यक्रम का प्रोजेक्ट है। ऐसा करने वाला भारत चौथा देश बनने की राह पर है। इससे पहले अमेरिका, रूस और चाइना अपने-अपने स्पेस प्रोजेक्ट चला रहे हैं। रवींद्र ने गगनयान से जुड़ी जानकारियां भी साझा की हैं, जिनकी पड़ताल की जा रही है।
एटीएस (UP ATS) को रवींद्र के पास से एक मोबाइल फोन, आधार कार्ड, वोटर कार्ड, पैन कार्ड, एटीएम डेबिट कार्ड, 6220 रुपये की नकद धनराशि और फोन से गोपनीय दस्तावेज बरामद हुए हैं। एक दस्तावेज 2025 की डेली प्रोडक्शन रिपोर्ट का है, जिसमें ड्रोन से संबंधित एक गोपनीय प्रोजेक्ट से संबंधित डिटेल है। इसके साथ ही कई और गोपनीय दस्तावेज भी बरामद हुए हैं।