उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) की राजधानी लखनऊ ( Lucknow ) में निर्वाण पुनर्वास केंद्र में बच्चों की तबीयत खराब होने से गुरुवार को एक और बच्चे की मौत हो गई। अस्पताल में भर्ती सूरज की इलाज के दौरान मौत हो गई। अब तक कुल चार बच्चों की जान जा चुकी है। सुबह मंडलायुक्त रोशन जैकब और डीएम विशाख जी ने लोकबंधु अस्पताल पहुंचकर बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी ली।
बुधवार को भी जिलाधिकारी टीम के साथ संस्था पहुंचकर निरीक्षण किया। संस्था संचालक, अधीक्षिका व कर्मचारियों से मामले की जानकारी ली। निर्वाण संस्था में निराश्रित मानसिक मंदित बालक और बालिकाओं को आश्रय दिया जाता है।
शनिवार, 22 मार्च की रात को खाना खाने के बाद बच्चों की तबीयत बिगड़ी थी। एक के बाद एक बीमार हुए सभी बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सोमवार को 12 साल के शिवांक की मौत हो गई थी। मंगलवार को लोकबंधु अस्पताल में भर्ती रेनू (15) और दीपा (12) ने भी दम तोड़ दिया।
आश्रय केंद्र, लोकबंधु अस्पताल और जिला प्रशासन ने इस घटना को 3 दिन तक छिपाए रखा। एक के बाद चार मौतें हुईं, लेकिन आलाधिकारियों को गुमराह किया गया। यह मामला तब खुलकर सामने आया, जब केजीएमयू में भर्ती एक बच्चे की मौत हो गई।
लखनऊ ( Lucknow ) में निर्वाण आश्रय केंद्र पारा इलाके के बुद्धेश्वर में बना है। यह सरकार की मदद से पीपीपी मॉडल पर संचालित होता है। मानसिक कमजोर, अनाथ और लावारिस बच्चों को यहां रखा जाता है। अभी यहां 146 बच्चे हैं। ज्यादातर की उम्र 10 से 18 साल के बीच है। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा- अब सभी बच्चों की हालत स्थिर है। कुछ को छुट्टी भी दे दी गई है। हम खुद स्थिति पर नजर रख रहे हैं। स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।
#WATCH | Lucknow, UP | Dy CM Brajesh Pathak visits Lok Bandhu Raj Narayan Combined Hospital to meet children allegedly affected by food poisoning pic.twitter.com/ZxB8o1fscd
— ANI (@ANI) March 27, 2025