राजधानी जयपुर ( Jaipur ) के सांगानेर इलाके में वीर तेजाजी मंदिर में मूर्ति तोड़ने के मामले में पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान बीकानेर निवासी सिद्धार्थ सिंह के रूप में हुई है, जो वर्तमान में राजापार्क में रह रहा था।
आरोपी तनाव और आर्थिक तंगी से जूझ रहा था और नशे में वारदात को अंजाम दिया।घटना के बाद से ही स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया और टोंक रोड को जाम कर दिया।घटना के विरोध में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता भी शामिल हुए।
शुक्रवार रात आरोपी ने इंटरकॉन्टिनेंटल होटल में अपने दोस्त से मुलाकात की, जहां पार्टी के दौरान शराब पी। लौटते समय नशे की हालत में मंदिर के सामने कार रोक दी। पहले कुत्तों को खाना देने के लिए रुका और फिर मंदिर में चला गया।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि यह घटना एक सुनियोजित साजिश के तहत धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए की गई है, इसलिए इस पर कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।
घटना की गंभीरता को देखते हुए जयपुर के कई प्रमुख नेता घटनास्थल पर पहुंचे और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। नेताओं ने कहा कि यह केवल धार्मिक स्थल पर हमला नहीं है, बल्कि समाज में अशांति फैलाने की एक सोची-समझी चाल है। उन्होंने राज्य सरकार से इस मामले की न्यायिक जांच करवाने और दोषियों को जल्द से जल्द सजा देने की मांग की।