Saturday, April 26, 2025

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Telangana: हैदराबाद विश्वविद्यालय की 400 एकड़ जमीन की बिक्री पर बवाल,छात्रों,पत्रकार को गिरफ्तार किया गया, केंद्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री रेड्डी को लिखा पत्र

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Protests by students of University of Hyderabad over 400 acres of land outcry, students and journalists arrested, Union Minister writes letter to CM Reddy (   )  में    विश्वविद्यालय ( Hyderabad University)की  400 एकड़ जमीन की बिक्री के मामले में सरकार और भाजपा के साथ-साथ छात्र और पर्यावरण समूह आमने-सामने हैं। छात्र और पर्यावरण समूह इस फैसले के खिलाफ छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं और केंद्रीय मंत्री ने वहां काटे जा रहे पेड़ों पर रोक लगाने को लेकर सीएम रेड्डी पर पत्र लिखा है।

इस मामले में पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे कई छात्रों को हिरासत में लिया, साथ ही एक पत्रकार को भी गिरफ्तार किया जो इस मुद्दे की रिपोर्टिंग कर रहा था। छात्रों का कहना है कि वे जमीन बचाने के लिए अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे।

छात्र समूह और पर्यावरण कार्यकर्ता पर्यावरण संरक्षण संबंधी चिंताओं का हवाला देते हुए नीलामी समेत जमीन पर विकास करने के सरकार के प्रस्ताव का विरोध कर रहे हैं। छात्रों का दावा है कि इस जमीन में यूओएच के पूर्वी परिसर के पास मशरूम रॉक क्षेत्र भी शामिल है।

सोमवार को एक छात्र नेता ने आरोप लगाया कि रविवार को हैदराबाद  विश्वविद्यालय ( Hyderabad University)जमीन साफ करने के लिए तैनात की गई 50 से अधिक भारी मिट्टी हटाने वाली मशीनें पूरी रात चलती रहीं और जंगलों को नष्ट करती रहीं और उन विभागों तक पहुंच गईं जहां छात्र पढ़ते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मशीनें झीलों तक पहुंच गईं और जानवरों और पेड़ों को रौंद गईं।

केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी को पत्र लिखकर हैदराबाद  विश्वविद्यालय ( Hyderabad University) की 400 एकड़ जमीन की बिक्री रोकने की मांग की है। इस फैसले के खिलाफ छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं। मंत्री किशन रेड्डी ने कहा कि यह जमीन पेड़ों और जीव-जंतुओं का घर है, लेकिन राज्य सरकार इसे बेचकर कंक्रीट का जंगल बनाना चाहती है। इससे पर्यावरण को भारी नुकसान होगा। उन्होंने मांग की कि पेड़ काटने के लिए लाए गए उपकरणों को तुरंत हटाया जाए।

किशन रेड्डी ने कांग्रेस सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि आधी रात को फ्लड लाइट जलाकर चोरी-छिपे पेड़ काटे जा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘राहुल गांधी केरल में खनन का विरोध करते हैं, लेकिन उनकी पार्टी खुद हरियाली खत्म कर रही है।’ मंत्री किशन रेड्डी ने आरोप लगाया कि छात्रों की आवाज दबाने के लिए उन पर लाठीचार्ज किया गया और उन्हें हिरासत में लिया गया। उन्होंने इसे ‘तानाशाही तरीका’ करार दिया। वहीं बीजेपी सांसद एटाला राजेंदर ने भी छात्रों की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए कहा, ‘सरकार को तुरंत यह फैसला वापस लेना चाहिए।’
वहीं इस जमीन को लेकर सोमवार को राज्य सरकार ने कहा कि यह जमीन उसकी है, न कि विश्वविद्यालय की। हालांकि, जमीन का मुद्दा तब और जटिल हो गया जब यूओएच रजिस्ट्रार ने सरकार के इस दावे का खंडन किया कि संबंधित जमीन की सीमा तय हो चुकी है। सरकार ने जमीन के मुद्दे पर एक विस्तृत नोट में आरोप लगाया कि छात्रों को कुछ राजनीतिक नेताओं और रियल्टी समूहों की तरफ से गुमराह किया जा रहा है। कांचा गचीबोवली में 400 एकड़ जमीन यूओएच की सीमा से लगती है।

गौरतलब है कि हैदराबाद  विश्वविद्यालय ( Hyderabad University) के इस विरोध प्रदर्शन को कवर कर रहे एक पत्रकार को भी हिरासत में लिया गया। पत्रकार की गिरफ्तारी पर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव ने चिंता जाहिर की।उन्होंने कांग्रेस सरकार की आलोचना की और कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का “घोर दमन” “अस्वीकार्य” है।  पत्रकार सुमित को कथित तौर पर हैदराबाद विश्वविद्यालय में छात्रों की हिरासत की रिपोर्टिंग करते समय पुलिस ने हिरासत में लिया था।

केटीआर ने एक्स पर पोस्ट किया, “तेलंगाना में पुलिस की बर्बरता चिंताजनक है। पत्रकारों को हिरासत में लिया जा रहा है और असहमति जताने वालों को गिरफ्तार किया जा रहा है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का यह दमन अस्वीकार्य है और राहुल गांधी लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के बारे में उपदेश देते फिर रहे हैं। दोहरे मापदंड बेहद घृणित हैं।”

 

Vijay Upadhyay

Vijay Upadhyay is a career journalist with 23 years of experience in various English & Hindi national dailies. He has worked with UNI, DD/AIR & The Pioneer, among other national newspapers. He currently heads the United News Room, a news agency engaged in providing local news content to national newspapers and television news channels

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