जम्मू-कश्मीर के रामबन( Ramban )जिले में ओलों की बारिश और भूस्खलन के कारण अचानक बाढ़ आ गई, जिससे 200 से 250 मकान क्षतिग्रस्त हुए और 100 से अधिक लोगों को बचाया गया। इस आपदा में तीन लोगों की मौत हो गई।
रामबन जिले में आया भीषण तूफान और ओलावृष्टि ने भारी तबाही मचाई है। इस आपदा से सबसे ज्यादा प्रभावित सेरी और रामबन क्षेत्र रहे, जहां कई घर पूरी तरह से तबाह हो गए हैं और लोगों को भारी नुकसान झेलना पड़ा है।
उधमपुर से भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने सोशल मीडिया पर बताया कि बीती रात रामबन ( Ramban )क्षेत्र में भारी ओलों की बारिश, तेज हवाएं चलीं और कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ था। इस प्राकृतिक आपदा से राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया है और दुर्भाग्यवश तीन लोगों की मौत हो गई है, जबकि कुछ परिवारों को संपत्ति का नुकसान हुआ है।
जम्मू-कश्मीर के रामबन ( Ramban )जिले में रविवार भारी बारिश से धर्म कुंड गांव सबसे अधिक प्रभावित हुआ। अधिकारियों ने बताया कि 100 से अधिक ग्रामीणों को सुरक्षित बचा लिया गया है। नाशरी से बनिहाल तक जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-44) पर लगातार बारिश के कारण कई स्थानों पर भूस्खलन और कीचड़ धंसने (मडस्लाइड) की घटनाएं हुईं, जिससे यातायात दोनों ओर बंद हो गया है
धर्म कुंड गांव में बाढ़ ने लगभग 40 घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया है। बादल और बारिश के बावजूद पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर बचाव कार्य शुरू किया और फंसे लोगों को बाहर निकाला।
यातायात विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि बारिश अभी भी जारी है, इसलिए यात्रियों से अपील की गई है कि वे रास्ता साफ होने और मौसम सुधरने तक इस मार्ग पर यात्रा न करें। स्थिति पर प्रशासनिक टीमें लगातार निगरानी कर रहे हैं और राहत कार्य जारी है।