ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय लखनऊ को तीन महीने के इंतजार के बाद नियमित कुलपति ( Vice-Chancellor ) मिल गया। डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा में प्रतिकुलपति प्रो. अजय तनेजा (Prof. Ajay Taneja ) को भाषा विश्वविद्यालय के कुलपति पद की जिम्मेदारी दी गई है। कुलाधिपति राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बृहस्पतिवार को इसका आदेश जारी कर दिया। प्रो. तनेजा को पदभार ग्रहण करने की तिथि से तीन वर्ष तक के लिए कुलपति पद की जिम्मेदारी दी गई है।
ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय (Khwaja Moinuddin Chishti Language University)में कुलपति रहे प्रो. नरेन्द्र बहादुर सिंह को 10 जनवरी को राजा महेन्द्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय, अलीगढ़ का कुलपति बनाया गया था। इसके बाद से यहां कुलपति का पद रिक्त हो गया था। विश्वविद्यालय का कार्य प्रभावित न हो सके इसके लिए राज्यपाल की ओर से एकेटीयू के कुलपति प्रो. जेपी पांडेय को भाषा विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति की जिम्मेदारी दी गई थी। वर्तमान में वह ही विश्वविद्यालय का कार्यभार देख रहे थे ।
बता दें कि आगरा के रहने वाले प्रोफेसर अजय तनेजा (Prof. Ajay Taneja )ने सेंट जोंस कॉलेज से बीएससी, एमएससी और पीएचडी की है, इसके बाद वहीं उसी कॉलेज में रसायन विज्ञान विभाग में 15 साल तक अध्यापन कार्य किया। सन् 2018 में डॉ. भीमराव आंबेडकर नियुक्ति हुई, जहाँ अजय तनेजा (Prof. Ajay Taneja )रसायन विज्ञान विभाग के अध्यक्ष बने। इसके साथ ही डीन रिसर्च, एक्यूआईसी के निदेशक के साथ-साथ लगभग तीन साल से विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति पद की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। प्रो. तनेजा को 25 वर्ष से अधिक का अध्यापन और शोध का अनुभव है। प्रो. अजय तनेजा के भाषा विश्वविद्यालय का कुलपति बनाए जाने से अब प्रवेश के लिए आवेदन की शुरू हो सकेगी।
राज्य के ज्यादातर विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिले को लेकर प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी गई है लेकिन भाषा विश्वविद्यालय में अब तक प्रवेश के लिए आवेदन नहीं शुरू हो सके हैं। नियमित कुलपति के ज्वाइन करने के बाद इस बात की ज्यादा संभावना जताई जा रही है जल्द ही यहां पर आवेदन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।