दरअसल, डॉ. माद्री काकोटी ने अपने वीडियो में सरकार पर कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा है- धर्म पूछकर गोली मारना आतंकवाद है… और धर्म पूछकर लिंच करना, नौकरी से निकालना, घर न देना, या घर पर बुलडोजर चलाना भी आतंकवाद है। असली आतंकी को पहचानो। प्रोफेसर का यह वीडियो पाकिस्तान में खूब देखा जा रहा है। वहां के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इसे शेयर किया जा रहा है। इस वजह से भारत में भी इस बयान पर बहस शुरू हो गई है।
लखनऊ विश्वविद्यालय(Lucknow University ) की शिक्षिका के आतंकी हमले के संदर्भ में दिए गए विवादित बयान को लेकर सोमवार को भी छात्रों ने विरोध किया। बड़ी संख्या में छात्रों ने दोपहर में प्रशासनिक भवन का घेराव कर प्रदर्शन किया। पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी कर शिक्षिका के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। छात्रों ने कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय को इसके लिए ज्ञापन भी सौंपा।
एबीवीपी लखनऊ महानगर के सह मंत्री जतिन शुक्ला के नेतृत्व में छात्रों ने प्रशासनिक भवन के कॉरिडोर में धरना देकर शिक्षिका के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई। प्रतिनिधिमंडल ने कुलपति से मिलकर कार्रवाई की मांग उठाई। थोड़ी देर बार छात्रों ने छात्र नेता अमन दुबे के नेतृत्व में भी कुलपति कार्यालय का घेराव कर मुख्य गेट पर पर ताला जड़ दिया।
अमन दुबे ने ने कहा कि पहलगाम में हुए दुर्दांत आतंकी हमले में 27 भारतीय नागरिकों को अपनी जान गंवानी पड़ी। भारतीयों में इस घटना को लेकर रोष व्याप्त है। छात्रों ने आरोप लगाया कि लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University ) के भाषा विज्ञान की शिक्षिका डॉ. माद्री काकोटी लगातार राष्ट्र विरोधी टिप्पणी कर रही हैं।
स्टूडेंट्स ने कहा कि जब तक उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा। देश विरोधी बयान को लेकर उनके खिलाफ आर-पार की लड़ाई होगी। वह अक्सर देश में फिर से आजादी लाने की बात कहती हैं, पर अब हमें उनसे ही आजादी चाहिए। जब तक हमें उनसे आजादी नहीं मिलती, विरोध जारी रखेंगे।
हसनगंज थाने में प्रोफेसर पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 152, 197 (1), 353 (2), 196 (1)a, 352, 302 और 69a में मामला दर्ज हुआ है। 152 देशद्रोह की धारा है।